सौंसर-ग्रामीण आदिवासी समाज विकास संस्थान द्वारा संचालित संजीवनी सामुदायिक मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अन्तर्गत सुधारित मानसिक रोगियों जो कि अपनी बीमारी से उभर रहें हैं और उनके देखभालकर्ताओं के लिए नई आजीविका शुरू करने हेतु दो दिवसीय हस्तशिल्प कौशल प्रशिक्षण का आयोजन संस्था द्वारा संचालित मानसिक स्वास्थ्य परामर्श केंद्र जामसावली में किया गया ।
रायपुर की तानिया चक्रवर्ती ने मनोसामाजिक दिव्यांगजनों और उनके देखभालकर्ताओं को ज्वैलरी निर्माण का प्रशिक्षण देकर नेकलेस, इयररिंग, ग्लास बिट ज्वैलरी के साथ विभिन्न प्रकार की ज्वैलरी बनाना सिखाया।
संस्था प्रमुखता श्यामराव धवले ने बताया कि मानसिक रोग केवल उस बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति को ही प्रभावित नहीं करता बल्कि उसका नकारात्मक प्रभाव पीड़त व्यक्ति के शरीर तक ही सीमित न रहकर उसके आर्थिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिकता को भी प्रभावित करता हैं साथ ही उसके परिवार एवं समाज को भी प्रभावित करता हैं , इसलिए मानसिक रोग के उपचार परिवार एवं समुदाय के आपसी सहयोग की आवश्यकता हैं।
मानसिक रोग से ग्रस्त व्यक्ति को मनोचिकित्सकीय उपचार के साथ समुदाय में सकारात्मक वातावरण प्रदान कर उसे आजीविका से जोडना भी आवश्यक हैं जिससे वह मानसिक रोग से उभर सकें एवं समाज की मुख्यधारा में उसका समावेश हो सकें। इस प्रशिक्षण के माध्यम से सुधारित मानसिक रोगी एवं उनके देखभालकर्ताओं का कौशल विकास होगा एवं भविष्य में वह स्वयं ज्वैलरी निर्माण कर सकेंगे।
इनके द्वारा बनाई गई ज्वैलरी का विक्रय करने में संस्था सक्रिय सहयोग प्रदान करेगी। भविष्य में संजीवनी सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यक्रम का यह उपक्रम जिले के उन परिवारों के लिए आर्थिक सम्बल बनेगा जो मानसिक स्वास्थ्य समस्या पर विजय प्राप्त करने के लिये लडाई लड रहे हैं।