Published On : Sat, Jan 11th, 2020

गोंदिया से हैदराबादः पशु तस्करी का पर्दाफाश

Advertisement

पुलिस ने नाकाबंदी करते ३०५ बकरे-बकरियां लदे ट्रक को पकड़ा

गोंदिया: गोंदिया पशु तस्करी का एक प्रमुख गढ़ बनता जा रहा है, गौवंश की तरह अब बकरे-बकरियों का अवैध कारोबार भी चरम पर है।
हैदराबाद में मांस की मांग अधिक होने के कारण इन पशुओं को बड़े वाहनों में लोड कर उन्हें तस्करी के माध्यम से वहां पहुंचाया जा रहा है, इस बात का खुलासा देर शाम ६ बजे उस वक्त हुआ जब खबरी से मिली पुख्ता जानकारी के बाद स्थानिक अपराध शाखा ने गोंदिया-तिरोड़ा मार्ग पर स्थित सैलानी ढाबे के निकट बकरे-बकरियों से लदे ट्रक क्र्र. एमएच ४०/बी.जी. ७६७७ को धरदबोचा। जब ट्रक की तलाशी ली गई तो उसके भीतर ३०५ छोटे-बड़े बकरे-बकरियां लदे हुए थे।

पुलिस ने इस प्रकरण के संदर्भ में फिर्यादी पोउपनि तेजेंद्र मेश्राम की शिकायत पर गंगाझरी थाने में ३ कारोबारियों सहित नागपुर के ताजबाग निवासी एक ड्राइव्हर के खिलाफ प्राणी निर्दयता वाहतूक अधिनियम १९६० की कलम १, ११, ड, ई, फ सहकलम ६६/ १९२ मोवाका के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
हिरासत में लिए गए ३ कारोबारी मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले की तहसील किरनापुर के निवासी बताए जा रहे है, जिनके मुताबिक वे १२ चक्का ट्रक में बकरे-बकरियों को लादकर उन्हें हैदराबाद के कत्लखाने में बिक्री हेतु ले जा रहे थे।

गौरतलब है कि, इसके पूर्व भी दवनीवाड़ा पुलिस ने इसी नंबर के ट्रक को इसी ड्राइव्हर व इसके २ साथियों के साथ धापेवाड़ा क्षेत्र में १५५ बकरे-बकरियां हैदराबाद ले जाते हुए ३ अक्टूबर २०१९ को पकड़ा था। अवैध पशु तस्करी में लिप्त होने का यह दुसरा मामला सामने आया है, जिससे कयास लगाये जा रहे है कि, इस गौरखधंधे में हैदराबाद के कत्लखाने के बड़े कारोबारियों का हाथ हो सकता है?

बहरहाल उक्त कार्रवाई पुलिस अधीक्षक मंगेश शिंदे के निर्देश पर सपोनि रमेश गर्जे, सहायक उपनिरीक्षक विजय रहांगडाले, निलू बैस, पो.ह. राजेश बढ़े, देशमुख, नापोसि भेलावे, चापोसि गौतम आदि ने की।

– रवि आर्य