Published On : Fri, Dec 1st, 2017

इंसानों ने की गंदगी, पशुएं हज़म कर साफ़-सफाई में लीन

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नागपुर: स्थानीय विभागीय खेल संकुल में शादी-समारोह के वास्ते उपलब्ध करवाने से होने वाले नुकसान पर ‘नागपुर टुडे’ ने मुख्यमंत्री, खेल मंत्री, पालकमंत्री, विभागीय आयुक्त एवं संकुल संचलन के लिए निर्मित समिति का ध्यानाकर्षण करवाया था. यह भी आगाह किया था कि एक शादी-समारोह के लिए देने से परिसर अगले एक सप्ताह के लिए दिया गया जगह बेकाम हो जाता हैं. आज सुबह ‘नागपुर टुडे’ की टीम ने पुनः संकुल परिसर का मुआयना किया तो नई-नई समस्याओं से रु-ब-रु होने की नौबत आई.

पशुएं खा रही थी गंदगी
आज सुबह सर्वप्रथम शादी-समारोह स्थल पहुंचे तो देखे कि समारोह के आयोजकों द्वारा फेंके गए पलास्टिक के प्लेट, ग्लास सह अनाज जो दो दिन पूर्व देर रात में फेंके गए थे, उन्हें ३-४ गाय आदि खा रहे थे. खाना तो ठीक हैं लेकिन प्लास्टिक को खाने से उन्हें नुकसान हो सकता हैं.

निर्मित,अर्धनिर्मित भोजन सड़ रहा था
दो दिन पूर्व हुई एक शादी-समारोह के लिए तैयार किये गए निर्मित-अर्धनिर्मित भोजन जब समारोह ख़त्म हो गया तो आयोजकों ने उसे जमा कर कहीं जरूरतमंदों में वितरित करने के बजाय जगह पर ही पलटा दिया. जगह समतल होने के कारण आसपास के क्षेत्रों में फ़ैल गया और आज तो तेज बदबू के साथ कीड़े-मकोड़ों का अड्डा बन गया.

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आज भी ट्रैक बंद रहा

सुबह-शाम ट्रैक पर दौड़ने और वॉकिंग करने वाले पिछले ३ दिन से इस ट्रैक का उपयोग नहीं कर पाए,क्योंकि इसी ट्रैक के कुछ हिस्से को शादी-समारोह के लिए दे दिया गया. आयोजकों ने आयोजन के समाप्ति के बाद बचा सारा भोजन ट्रैक के इर्द-गिर्द पलटा दिया.जबतक तैनात मंडप खुलता – बुझता नहीं और फेंका गया खाना पूर्णतः सूखता नहीं इस जगह पर वॉकिंग-रनिंग खतरे से खाली नहीं.

सुध लेने समिति नहीं पहुंची
रोजाना आने-जाने वाले सह उपयोगकर्ता खेलप्रेमियों के अनुसार शादी-समारोह के आयोजकों द्वारा किये गए नुकसान सार्वजानिक होने के बाद भी संकुल समिति की ओर से कोई सुध लेने नहीं पहुँच, जो की शोकांतिक हैं.

पश्चिम नागपुर के मानकापुर स्थित विभागीय खेल संकुल के मामले में हो रहे नैतिक-अनैतिक पर महीनों से ज्वलंत सवाल खड़े हो रहे हैं. लेकिन सरकार भी उल्टे घड़े की भांति व्यवहार कर रहा हैं. सरकार के नित पर शहरवासी सह खेल प्रेमी छुब्ध हैं और मांग करते हैं कि या तो खेल आयोजनों के लिए आरक्षित कर दे या फिर बहुउद्देशीय परिसर घोषित कर निरंतर लगाए जा रहे आरोपों से छुटकारा पाए.



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