आम आदमी मजबूर
उमरखेड (यवतमाल)। बिजली वितरण कंपनी की ओर से किसी न किसी कारण से बिजली का दाम बढाया जा रहा है. आम आदमी को इस बढते दामों से बडी परेशानीयों का सामना करना पड रहा है. राज्य की 300 युनिट के अंदर के बिजली बिल वाले ग्राहकों की सब्सिडी रद्द करके 20 से 22 प्रतिशत दर का बोझा बढाया है. इससे और 12 प्रतिशत दाम बढने की संभावना है. उद्योजक ग्राहकों के बिजली के दाम सभी पडोसी राज्यों की तुलना में डबल है. शासन का इसपर लगाम नहीं होने से ग्राहकों ने यह कदम उठाया. इसके विरोध में संतप्त ग्राहकों ने 27 फरवरी को शहर के महात्मा गांधी पुतले के सामने इकठ्ठा होकर इसका पुरजोर विरोध किया. वहीं नगर परिषद पूर्व नगराध्यक्ष तथा बिजली ग्राहक संघटना सचिव राजू जैसवाल के नेतृत्व में बिजली बिल की होली जलाई.
राज्य सरकार ने नवंबर 2014 में बिजली दाम आगामी दो साल तक स्थिर रखे. दो वर्षो में सरकार ने दिए आश्वाशन पर राज्य सभी बिजली दाम पडोसी राज्य के दाम जैसे करे. ऐसी मांग राज्य के सभी बिजली ग्राहक संघटना ने राज्य के मुख्यमंत्री और ऊर्जा मंत्री की ओर की है. 12 प्रतिशत बिजली के दामों में बढत होने की संभावना राज्य सरकार द्वारा की जा रही है. इसके अतिरिक्त मीटर रीडिंग न लेते हुए अधिक बिजली बिल दिया जाता है. दिए जानेवाले बिजली बिल सही नही है. फिर भी बिल भरना पड़ेगा ऐसा बिजली कंपनी कहती है. इसके खिलाफ जाकर नागरिकों ने निषेध करते हुए बिजली बिल की होली जलाई.
इस दौरान बिजली ग्राहक संघटना शाखा अध्यक्ष नगरसेवक साजीद जागीरदार, सचिव राजूभैया जैसवाल, न.प. गट नेता नंदकिशोर अग्रवाल, नगरसेवक इनायतउल्ला जनाब, राष्ट्रवादी के वि.अ. बालाजी वानखेडे, पूर्व नगरसेवक दिलीप सुरते, सिद्धू जगताप, मझहर टेलर, इसाराज, सखाराम गव्हाने, श्याम दुधेवार, ओमप्रकाश सारदा, प्रेम बाहेती, सुनील गिरी, प्रमोद रुडे समेत सैकड़ों बिजली ग्राहकों ने बिजली बिल की होली में सहभाग लिया.