किसानों की टूटी कमर
शेंदुरजनाघाट (अमरावती)। तहसील में शुक्रवार को सुबह 9 बजे एक बार फिर प्रकृति ने कहर बरपते हुये यहां के किसानों की कमर तोड दी है. मुसलाधार बारिश के साथ बेर के आकार के ओले गिरने से बचीखुची फसलें भी अब मटियामेट हो गई है. ओलावृष्टी एक मिनट तक ही रही लेकिन एक घंटे तक चली तेज बारिश ने पुरी तहसील पर मुसिबत उंडेल दी. इससे पहले भी 11 व 12 मार्च को बेमौसम की बारिश ने फसलों को जमकर नुकसान पहुंचाया था. इस बारिश ने संतरा, मिरची, प्याज, कलमों सहित अन्य सभी फसलों को पुरी तरह बर्बाद कर दिया है. किसानों को इस प्राकृतिक आपदा से जमकर आर्थिक चोट पहुंची है.
दिनचर्या बिगड़ी
शुक्रवार को सबेरे से ही तहसील का वातावरण बदरिला था. काले बादलों के बीच 9 बजे से तेज बारिश शुरु हो गई. 10 बजे के आस-पास ओले गिरे. इस बारिश और ओलावृष्टि से यहां की दिनचर्या अस्तव्यस्त हो गई.
हल्दी पर भी मार
इस तहसील में हल्दी की फसल भी किसानों द्वारा बड़े पैमाने पर ली जाती है. आम तौर पर यह समय हल्दी निकालने का होता है. लेकिन मौसम की इस मार के कारण यहां की हल्दी फसल भी बर्बाद हुई है.