सड़क के निर्माण में कम सामग्री के इस्तेमाल का आरोप
लाखनी (भंडारा)। तालुका के मोगरा ग्राम पंचायत के तत्कालीन ग्रामसेवक दत्ता पोहरकर से 15 हजार रुपए की वसूली की जाएगी. उस पर आरोप है कि उसने सीमेंट-कांक्रीट सड़क के निर्माण में न केवल कम सामग्री का इस्तेमाल किया, बल्कि काम भी घटिया दर्जे का कराया था. गांव वालों की शिकायत के बाद इसे सही पाया गया था. सड़क मनरेगा की मार्फत बनाई गई थी.
मोगरा ग्राम पंचायत ने वर्ष 2012-13 में महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत पंचायत समिति को इस सीमेंट-कांक्रीट की सड़क का प्रस्ताव भेजा था, जिसे स्वीकार कर लिया गया था. पंचायत समिति ने सड़क की मोटाई, लंबाई और उसमें लगने वाली सामग्री सब तय कर दी थी. सरपंच मंगेश डाहाके और तत्कालीन ग्राम सेवक गौतम खंडाले के बीच इस संबंध में एक करार पर हस्ताक्षर भी किए गए थे. इसी बीच खंडाले का तबादला हो गया और कार्यभार दत्ता पोहरकर के पास आ गया.
सरपंच और ग्रामसेवक की मिलीभगत से सड़क के निर्माण कार्य में कम सामग्री का इस्तेमाल किया जाने लगा. इसकी शिकायत पंचायत सदस्य नीलकंठ लुटे और हरिश्चंद्र सार्वे ने भंडारा जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को दी. जांच का कार्य विस्तार अधिकारी चकोले को सौंपा गया. जांच में शिकायत सही पाई गई. अब बताया जाता है कि पोहरकर से 15 हजार रुपए के नुकसान की वसूली की जाने वाली है. अधिकारी ने इस आशय की रिपोर्ट मुख्य कार्यकारी अधिकारी को भेज दी है. इससे ग्रामसेवकों में भय फैल गया है.
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