Published On : Mon, Apr 12th, 2021

लाॅकडाउन अवधि में ई-काॅमर्स सेवा भी बंद करें सरकार: एन.वी.वी.सी.

Advertisement

विदर्भ के 13 व्यापारियों की शीर्ष व अग्रणी संस्था के अध्यक्ष श्री अश्विन मेहाड़िया ने व्यापारियों की ओर से राज्य सरकार को लाॅकअवधी में व्यापार के साथ-साथ ई-काॅमर्स सेवा भी पूर्णतः बंद करने की मांग की।

अध्यक्ष श्री अश्विन मेहाड़िया ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री उद्धवजी ठाकरे ने महाराष्ट्र राज्य में कोरोना संक्रमण के बढ़ते हुये प्रादुर्भाव को देखते हुये संक्रमण की चैन तोड़ने के लिये 6 अप्रैल से 30 अप्रैल 2021 तक जीवनावश्यक वस्तुओं की दुकानों को छोड़कर सभी तरह की दुकाने बंद रखने का आदेश देकर लाॅकडाउन की घोषणा की है। किंतु राज्य सरकार ने लाॅकडाउन में सारे निर्बंध व्यापारियों पर लगाते हुये, ई-काॅमर्स द्वारा सभी प्रकार की वस्तुओं की आॅनलाईन डिलीवरी की व्यवस्था जारी रखी है। ई-काॅमर्स द्वारा अत्यावश्यक वस्तुओं तथा खाद्य वस्तुओं के साथ-साथ अन्य वस्तुओं की भी होम डिलीवरी की जा रही है। जो कि व्यापारी वर्ग पर अन्याय है एवं होम डिलीवरी देने के कारण कोरोना संक्रमण घरों तक आसानी से पहुंच रहा है।

छोटे व मझोले व्यापारी जो कि अर्थव्यवस्था की महत्वपूर्ण घटक है तथा जिसकी पहंुच देश के छोटे से छोटे ग्राहक एवं जनमानस तक है। यही व्यापारी समुदाय अधिकांश मात्रा में उद्योगों द्वारा निर्मित वस्तुओं को जनमानस तक पहुंचाने के साथ-साथ व्यवसाय द्वारा टैक्स संग्रह कर सरकारी कोष में जमा कराता है। लाॅकडाउन में अर्थव्यवस्था के इस महत्वपूर्ण घटक के प्रति सरकार का रवैया निराशाजनक एवं उदासीन है जिसके कारण व्यापार अस्त-व्यस्त होकर अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। लाॅकडाउन के कारण आर्थिक व मानसिक परेशानी से जूझते हुये व्यापारी वर्ग के लिये सरकार ने गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी कोई विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा भी नहीं की है।

चेंबर के सचिव श्री रामअवतार तोतला ने कहा कि लाॅकडाउन के कारण सबसे अधिक नुकासान छोटे व मझोले व्यापारियों को ही हुआ है। फिर भी व्यापारी वर्ग अपनी सामजिक व नैतिक जिम्मेदारी समझते हुये कोरोना संक्रमण की चैन को तोड़ने के लिये सरकार को पूर्ण सहयोग कर है किंतु सरकार ने भी छोटे व मझोले व्यापारी वर्ग के हितार्थ ई-काॅमर्स सेवा द्वारा अत्यावश्यक वस्तुओं एवं खाद्य पदार्थो के साथ-साथ अन्य सभी प्रकार की वस्तुओं की आॅनलाईन डिलवरी पर पूर्णतः रोक लगानी चाहिये, ताकि लाॅकडाउन सार्थक होकर सरकार को कोरोना संक्रमण की चैन को तोड़ने में सफलता प्राप्त हो तथा व्यापारियों का रोजगार भी न छिना जावें।

उपरोक्त जानकारी प्रेस विज्ञप्ति द्वारा उपाध्यक्ष श्री अर्जुनदास आहुजा ने दी।