नागपुर : सरकार एक तरफ तो खेलो को बढ़ावा देने की बात करती है और दूसरी तरफ खेल के बचे-खुचे मैदान को भी हथियाने का पुरजोर पास किया जा रहा है । नागपुर के मध्य स्थित ऐतिहासिक कस्तूरचंदपार्क जहां पूरे नागपुर से बच्चे क्रिकेट, फुटबॉल इत्यादि खेलते रहे हैं वहां मैदान को संकुचित करते हुए एक तरफ झंडा लगा दिया गया हैं l वहां पर करीब 7000 से 10000 वर्ग फुट जगह सौंदर्यकरण के अन्तर्गत गोदाम बना दी गई है दूसरी और मेट्रो की स्टेशन का द्वार दे दिया गया हैं इसी तरह मिलिट्री गेट वाले हिस्से और एसएफएस स्कूल की ओर ठेकेदार द्वारा ऑफिस का निर्माण कार्य किया जा रहा है ।
इसी के साथ पश्चिम नागपुर गिट्टीखदान परिसर स्थित केटी नगर में 12 करोड की लागत से बनकर तैयार बेडमिंटन स्टेडियम उद्घाटन की राह तक रहा है ।विधायक व ठेकेदार की आपसी खींचतान में चौकीदार ने फायदा उठाते हुए परिवार सहीत बसेरा बना रखा है ।
अकार्यक्षम जनप्रतिनिधियों के कारण के बच्चो के लिए यह बना बनाया स्टेडियम उनकी प्रतिभाओ को आकर नहीं दे पा रहा है ।
इसी का विरोध करते हुए मुख्यमंत्री से गुहर लगाने हेतु असंगठित कामगार कांग्रेस के शहर अध्यक्ष युगल के. विदावत के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने आज अतिरिक्त जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौपा और मांग कि की बच्चो के भविष्य से खिलवाड़ बरदास्त नही किया जायेगा ।
एक हफ्ते की भीतर कार्यवाही नही होने की स्थिति में जोरदार आन्दोलन असंगठित कामगार कांग्रेस की ओर से शुरु किया जायेंगा। प्रतिनिधिमंडल में प्रमुखता से दुर्गाप्रसाद लाहोरी नीलिमा ताई दूपारे, हर्षल दिवे, कपिल थूल, मिलिंद थूल, दीपक शिवनकर, इमरान शेख, सुरेंद्र वाकोडेकर, लोकेश मेश्राम, राकेश गुप्ता इत्यादि उपस्थित थे ।