Published On : Sat, Dec 14th, 2019

वीडिओ: सरकार मिहान समेत सभी जगह करे ‘ इज ऑफ़ डूइंग बिज़नेस ‘

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नागपुर: मिहान में काफी विकास हुआ है। नागपुर के लिए यह काफी यूनिक चीज थी। मल्टीमॉडल हब बनाया गया है। इससे हम मैन पावर को भी काम दे पाएंगे और यहां से कार्गो भी भेज पाएंगे। इस तरह से यूनिक एसईझेड यहाँ बन रहा है । महिंद्रा, इनफ़ोसिस, एचसीएल कंपनिया यहां आ चुकी है। आईटी और फार्मा कंपनिया भी आयी है। यहां एम्स, आईआईएम आ रहा है। रफाल आ चूका है। उसी से सम्बंधित डिफेंस हब भी बनने जा रहा है। डिफेंस ट्रस्टर के लिए जगह मिली है। जिसमें डिफेंस से सम्बंधित सभी सुविधाएं का सेंटर वहां बन रहा है। इससे उम्मीद की जा सकती है कि मिहान नागपुर के लिए अच्छा साबित हो सकता है। यह कहना है विदर्भ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश राठी का। ‘ नागपुर टुडे ‘ से वे मिहान के संदर्भ में बातचीत कर रहे थे।

राठी ने बताया की मिहान में इंफ्रास्ट्रचर काफी अच्छा है। मिहान परिसर में जब आप घूमेंगे तो पता चलेगा की सरकार ने काफी पैसा वहां खर्च किया है। इसके साथ ही अच्छी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई गई है। मिहान के बाहर कुछ कंपनियों ने होम अपार्टमेंट भी बनाएं है। जिससे की कर्मी वही रह सके। हालांकि थोड़ा बहोत वहां ट्रांसपोर्ट की समस्या चल रही है। बस अंदर नहीं जा पाती है। लेकिन मेट्रो ट्रेन शुरू होने से काफी बदलाव होगा।

विदर्भ के युवाओ को मिहान के लाभ को लेकर उन्होंने कहा की जो कंपनिया आ रही है। उन्हें क्या चाहिए। उस तरह के बच्चे जो वहां काम कर सके। जो रिजल्ट भी दे सके। हमारा एक फोरम है वीआईएमए। कंपनियों से बात की है। कंपनियों से बात की जा रही है कि आपको किस तरह के बच्चे चाहिए। जिससे की वे अपना कोर्स हमें बताएं। उनके द्वारा बताया गया एक कोर्स दत्ता मेघे कॉलेज में भी चल भी रहा है । कंपनियों से और भी कोर्स मांगे गए है। कंपनिया कोई ऐसा कोर्स बताएं। जिससे की यहां के बच्चो को सिखाया जाए और उसके बाद उन्हें रोजगार मिले। इस तरह इस की पहल भी की जा रही है । कोर्स को लेकर यूनिवर्सिटी से भी बात की गई है ।

सेज को लेकर राठी ने कहा की मिहान डोमेस्टिक इंडस्ट्री के लिए नहीं है। उसको एक्सपोर्ट के लिए बनाया गया है। जिससे फॉरेन करेंसी हमारे देश के लिए ला सके। इसका मूल उद्देश्य यह था। अगर कोई डोमेस्टिक डालना चाहता है तो और भी इंडस्ट्रियल एरिया मौजूद है । बुटीबोरी में जगह उपलब्ध है। जो कंपनिया डोमेस्टिक इंडस्ट्री डालना चाहती वे दूसरी जगह डाले। हम सेज को उसी तरीके से निर्माण करे। ऐसी कंपनियों को बुलाया जाए जो हमारे नागपुर को फॉरेन करेंसी जनरेट करके दे। ऐसा कही नहीं है जहां एयरपोर्ट के बाजू में इतना बड़ा प्रोजेक्ट है। उन्होंने कहा की हम ऐसा कुछ डेवेलोप करे की नागपुर में सारा कार्गो आए । विदर्भ में चारों तरफ लॉजिस्टिक हब बनाएं।

पतंजलि को जमींन देने को लेकर उन्होंने कहा की फिलहाल कंपनी का पता नहीं है। उनकी समस्या थी उसे भी सुलझाया गया है। वह कोई लैंडमार्क नहीं हो सकता। हमने उन्हें फ़ूड एंड एग्रो सेक्टर दिया था। किसानों को ध्यान में रखकर दिया था। हम उम्मीद कर रहे है की वो शुरू हो ।

उन्होंने कहा की मिहान में ही नहीं हर जगह ‘ इस ऑफ़ डूइंग बिज़नेस ‘ हो । कम से कम इंटरफेर हो। जिससे की युवाओ को रोजगार की संभावनाएं बने ।