Published On : Thu, Feb 28th, 2019

गोरेवाड़ा रोड पर शराब की दूकान का विरोध

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नागपुर: गोरेवाड़ा रोड पर खुलने जा रही शराब की दूकान का नागरिक विरोध कर रहे हैं. इसके बावजूद दूकान का काम जोरशोर से चल रहा है. नागरिकों का कहना है कि जिला प्रशासन ही दूकानदार का साथ दे रहा है. नागरिकों के विरोध के बावजूद यहां दूकान खोलने की तैयारी है. गुस्साए नागरिकों ने सोमवार को उप जिलाधिकारी खजांची को ज्ञापन देकर शराब की दूकान को अनुमति न देने की मांग की. शिष्टमंडल में घनश्याम भांगे, राकेश बोबड़े, भूपेंद्र ठक्कर, विकास ओबेराय, श्रीराम सिंह और भैयाजी चौबे का समावेश था. नागरिकों का कहना है कि यदि यहां शराब की दूकान खुली तो जन आंदोलन किया जाएगा.

नागरिकों ने बताया कि गोरेवाड़ा रोड पर मन्नू हिरणवार नामक व्यक्ति देशी शराब की दूकान खोलने जा रहा है. दूकान से 100 फुट के भीतर हाईस्कूल है, मनपा की आंगनवाड़ी और कंप्यूटर इंस्टीट्यूट है. ये सभी शैक्षणिक संस्थान 15 से 20 वर्षों से चल रहे हैं. इसीलिए यहां शराब की दूकान को अनुमति नहीं दी जा सकती. हिरणवार द्वारा किया गया निर्माणकार्य पूरी तरह अवैध है.

1800 वर्गफुट के प्लाट पर बिना मंजूरी के निर्माणकार्य किया गया. इतना ही नहीं, अगल-बगल के रास्तों पर भी हिरणवार ने अतिक्रमण कर लिया है. दूकान खुलने पर यहां यातायात प्रभावित होगा. अवैध निर्माण की जगह पर वैसे भी अनुमति नहीं दी जा सकती. स्थानीय नागरिकों ने खुद विभाग के अधिकारियों को बयान देकर यहां दूकान को मंजूरी न देने की अपील की है.

महाराष्ट्र सरकार ने जनवरी महीने में ही अध्यादेश निकाला है, जिसमें 1 किमी के भीतर नई शराब दूकान को अनुमति नहीं देने का नियम है. इस परिसर में 500 मीटर के क्षेत्र में पहले से ही 3-4 शराब दूकानें हैं, लेकिन ध्यान में आया है कि यहां मोजमाप करने के लिए आए अधिकारी ही दूकानदार के सलाहकार बने हुए हैं. गिट्टीखदान पुलिस भी यहां शराब की दूकान को मंजूरी न देने की रिपोर्ट दे चुकी है. बावजूद इसके यदि प्रशासन ने दूकान को अनुमति दी तो नागरिक उग्र आंदोलन करेंगे.