मनपा की पानी को लेकर बुलाई गई विशेष सभा फिर एक बार गोरेवाड़ा तालाब के सीवेज के पानी से दूषित किए जाने की समस्या से गूंज उठा. कांग्नरेस की नगरसेविका दर्शनी धवड़ ने इस समस्या पर मनपा की निश्क्रियता की ओर ध्यान खींचा जिस पर साथी नगर सेवक हरीश ग्वालबंशी ने समर्थन दिया.
धवड़ ने कहा कि गोरेवाड़ा तालाब से धरमपेठ,लक्ष्मी नगर, मंगलवारी आदि ज़ोन में जलापूर्ति की जाती है. इन जोनों में की जा रही अशुद्ध जलापूर्ति का उदहारण देते हुए उन्होंने कहा कि गोरेवाड़ा तालाब में सीवेज पा पानी छोड़ा जा रहा जो इस क्षेत्र में रहनेवाले लोगों की जान के साथ खिलवाड़ है.
क्यूंकि दर्शनी धवड दाभा परिसर से नगरसेविका हैं,इसलिए उन्होंने जानकारी दी कि दाभा परिसर का सारा दूषित पानी गणेश नगर से होकर बहनेवाले नाले में छोड़ा जा रहा है. जहां से यह सम्पूर्ण दूषित जल सीधे गोरेवाड़ा तालाब में पहुंच रहा. इस ओर मनपा की ओर से ध्यान नहीं देने से इलाके के रहवासियों में बीमारी का साया छाया हुआ है. धवड़ ने कहा कि वे इस मामले को लेकर पालकमंत्री और नागपुर सुधार प्रन्यास तक गईं,लेकिन इन्होने भी गंभीरता से नहीं लिया. बता दें आधे शहर को जलापूर्ति करनेवाले गोरेवाड़ा तालाब की सेतह इन दिनों सीवेज का पानी खराब कर रहा है. कुदरत की गोद में बसे इस तालाब पर न केवल शहरवासी निर्भर करते हैं बल्कि गोरेवाड़ा के जंगल में रहनेवाले वन्यजीवों के लिए भी यह अहम है. लेकिन इन सब के बाद भी सीवेज पानी पर प्रक्रिया करने के लिए जिम्मेदार मनपा प्रशासन सिवा हाथ पर हाथ धरे रहने के सिवा कुछ नहीं कर पा रही है. सीवेज के पानी से से गोरेवाड़ा तालाब प्रदूषित होने का सवाल बीते कई सालों से मनपा सदन में उठाया जाता रहा है लेकिन पानी पर बुलाई गई मनपा की विशेष सभा में एक बार फिर यह मामला गूंज उठा. विशेष सभा में उठे इस सवाल पर एक बार फिर मनपा प्रशासन निरुत्तर दिखाई दिया.