गोंदिया: असाधारण दृढ़ संकल्प और प्रतिबद्धता का परिचय देते हुए गोंदिया की बेटी राखी संतोष हासानी उर्फ ( राखी नरेश नागरानी USA) ने अफ्रीकी महाद्वीप के सबसे ऊंची चोटी पर फतह हासिल की है।
हड्डियों को गला देने वाली ठंड , सिकुड़ते ग्लेशियरों और बर्फी इलाके तथा पथरीले रास्तों के बीच गुजरते हुए तंजानिया के किलिमंजारो , जिसे सबसे ऊंचा पर्वत और दुनिया में समुद्र तल से सबसे ऊंचा एकल मुक्त खड़ा पर्वत के रूप में जाना जाता है जिसकी ऊंचाई 5895 मीटर (19,341 फिट ) है , यहां फरवरी 2023 में तिरंगा फहरारकर , ऊंचाई की शिखर को छूकर उपलब्धि हासिल करने वाली भारतीय महिला के रूप में अपनी पहचान बना ली है तथा समूचे भारत देश का नाम ऊंचा करते हुए महाराष्ट्र के गोंदिया जिले को गौरवान्वित किया है।
2019 में एवरेस्ट बेस कैंप कर चुकीं है फतह
कहते हैं अगर हौसला और जज्बा हो तो कुछ भी हासिल किया जा सकता है इसके पहले वर्ष 2019 में गोंदिया की बेटी राखी संतोष हासानी ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट बेस कैंप तक पहुंच कर इतिहास रच दिया था , माइनस 20 डिग्री सेल्सियस बर्फ जमा कर देने वाले तापमान और ऊंचाई पर केवल 40% ऑक्सीजन जैसी विकट परिस्थितियों में दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट, पर्वतारोही के तौर पर वह फतह कर चुकीं हैं , एवरेस्ट बेस कैंप 5364 मीटर (17, 589 फिट ) पर स्थित है बता दें कि पर्वत रोही माउंट एवरेस्ट के पर्वतारोहण के लिए बेस कैंप का प्रयोग करते हैं।
2022 में TCS न्यूयॉर्क सिटी मैराथन की 42.2 किमी. दौड़ में जीता गोल्ड मेडल
बहुराष्ट्रीय व्यापार समूह टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज (TCS ) 2022 न्यूयॉर्क सिटी मैराथन में गोंदिया की बेटी राखी हासानी यह न्यूयॉर्क सड़कों पर 26.2 मील (42.2 किलोमीटर ) की रोमांचक दौड़ में गोल्ड मेडल जीता चुकीं है। राखी हासानी मूलतः गोंदिया शहर की निवासी हैं , शुरू से उनका झुकाव पर्वतारोहण के तरफ रहा है।
अपनी प्रारंभिक शिक्षा आदर्श सिंधी स्कूल से पूर्ण करने के बाद उन्होंने गोंदिया के एमआईटी इंजीनियरिंग कॉलेज से डिग्री हासिल की तथा शादी के बाद वह यूएसए अमेरिका में बस गईं हैं। अपने 12 वर्षों के अनुभव के बल पर अब उन्होंने अफ्रीका महाद्वीप की हाईएस्ट प्वाइंट मूमेंट उहुरूपैक तंजानिया की सबसे ऊंची चोटी ‘ किलिमंजारो ‘ पर तिरंगा फहरा दिया है। नागपुर टुडे से बात करते पेशे से अकाउंटेंट (सेवानिवृत्त शिक्षक ) पिता संतोष हासानी ने बताया- उनकी पुत्री राखी को शुरू से पर्वतारोहण का शौक है और उनकी निरंतर उपलब्धियों पर हम सभी फक्र महसूस करते हैं।
रवि आर्य

