Published On : Mon, Feb 6th, 2023
nagpurhindinews | By Nagpur Today Nagpur News

Video गोंदिया: छेड़ा तो खैर नहीं ! 3300 बेटियों ने सीखी मार्शल आर्ट

उत्पन्न चुनौतियों और खतरों का सामना करने के लिए तैयार है बेटियां- कलेक्टर चिन्मय गोतमारे
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गोंदिया। उत्पन्न चुनौतियां और खतरों का सामना करने के लिए आज बेटियां अच्छी तरह से तैयार हैं । 10 दिनों की सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग से हमारी बेटियों में आत्मविश्वास जागृत हुआ है जिससे वह खुद की सुरक्षा खुद कर सकती है उसे किसी पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं है।

गेम्स एंड करियर डेवलपमेंट फाउंडेशन का यह एक बहुत ही सराहनीय उपक्रम है उक्त आशय के उद्गार जिलाधिकारी चिन्मय गोतमारे ने अध्यक्षीय भाषण में व्यक्त करते हुए आगे कहा- बच्चियों ने खुद की सुरक्षा करनी चाहिए , पर महत्वपूर्ण सवाल यह है किससे ?

अगर हमें , अपने लड़कों से अपनी लड़कियों की सुरक्षा करनी पड़ रही है तो यह हम सब के लिए सोचने वाली बात है ! तो ऐसे में जरूरत है कि हमारे लड़कों में भी संस्कार और समझदारी डाली जाए , मैं चाहता हूं कि इसके बारे में भी अभियान शुरू हो जिससे महिलाओं के अनादर जैसी घटनाओं पर रोक लगे और इसके लिए लड़कों को अपने आचरण में बदलाव लाना होगा , क्योंकि समाज में नारियों का सम्मान ज्यादा जरूरी है।

गेम्स स्पोर्ट्स एंड करियर डेवलपमेंट फाउंडेशन को प्रशासन के तरफ से जो भी मदद हो सकती है वह हम देंगे ताकि बच्चियों को आत्म सुरक्षा का निशुल्क ट्रेनिंग ग्रामीण स्तर पर भी दी जा सके।

इस अवसर पर प्रमुख अतिथि के रूप में उपस्थित जिला परिषद के अध्यक्ष पंकज राहंगडाले, नगर परिषद मुख्य अधिकारी व प्रशासक करण चौहान , शहर थाना प्रभारी चंद्रकांत सूर्यवंशी , पत्रकार- रवि आर्य , जि.प समाज कल्याण सभापति पूजा अखिलेश सेठ , जय श्री महाकाल सेवा समिति की अध्यक्षा स्वाति लोकेश यादव , पूर्व न.प सभापति श्रद्धा अभय अग्रवाल , प्रोग्रेसिव स्कूल डायरेक्टर डॉ. नीरज कटकवार , धर्मराज काड़े , शिक्षण अधिकारी कादिर शेख सहित असिस्टेंट जिला खेल अधिकारी अनीराम मरस्कोल्हे ने निर्भय बेटी सुरक्षा अभियान कार्यक्रम की सराहना करते हुए अपने समायोजित विचार व्यक्त किए।

बेटियों ने आत्मरक्षा के प्रत्यक्ष प्रयोग दिखाए

स्कूल, ट्यूशन अथवा किसी काम के सिलसिले में घर से निकलने वाली छात्राओं के लिए आत्मसुरक्षा कितनी जरूरी है तथा महिला उत्पीड़न जैसी घटनाओं से निपटने हेतु किस प्रकार की सतर्कता बरती जाए ? इस बात के प्रत्यक्ष प्रयोग 10 दिवसीय प्रशिक्षण प्राप्त छात्राओं ने दिखाए।

मार्शल आर्ट, जुड़ो कराटे, तायक्वांडो, कुंगफू जैसी कलाओं का उपयोग खास तौर पर उस स्थिती में जब आप बिलकुल निहत्थे हो उस वक्त करते हुए, मुश्किल समय में कैसे आत्मरक्षा की जा सकती है ? यह इस प्रशिक्षण महाशिविर के समापन अवसर पर छात्राओं ने तपती धूप में कर दिखाया, जिसकी मंचासीन अतिथियों ने तालियां बजाकर हौसला अफजाई की।

कार्यक्रम की प्रस्तावना फाउंडेशन अध्यक्ष चेतन मानकर ने रखते हुए बताया- गत 6 वर्षों के भीतर 20,000 से अधिक बेटियों को निशुल्क आत्म सुरक्षा की ट्रेनिंग दी जा चुकी है। मंच संचालन मुजीब बेग ने किया ।

संगठन के संरक्षक पुर्व पार्षद लोकेश (कल्लूू) यादव ने अभिभावकों से बेटी सुरक्षा अभियान से जुड़ने की अपील की। फाउंडेशन के प्रोजेक्ट डायरेक्टर दीपक सिक्का ने जानकारी देते बताया- 37 स्कूलों की 3300 बेटियों को इस वर्ष निशुल्क प्रशिक्षण दिया गया तथा फाउंडेशन द्वारा अब जिले के तहसीलों के स्कूल , जूनियर कॉलेज में भी एक दिवसीय वर्कशॉप लिया जा रहा है जिसमें आमगांव में 5 तथा गोरेगांव में 3 वर्क शॉप लिए जा चुके हैं।

कार्यक्रम के सफलतार्थ संतोष बिसेन, निलेश फुलबांधे, आदेश शर्मा , मयूर बघेले, गणेश्वर चौधरी , नितिश कुरसुंगे , अतुल बोरकर , बरकत बेग , रमेंद्र बावनकर , रीना चौहान , दीपक सिक्का , आदर्श खरोदे , मनीषा सहारे , पायल गजभिये , पूजा गजभिये , कोमल सहारे , तन्मय वैद्य , आकाश कावड़े विशाल काम्बड़ी , यश मेश्राम, नूपुर सिक्का , विजय गिरी ने अथक प्रयास किया।

कार्यक्रम में मंचासीन अतिथियों के हस्ते 37 स्कूलों के प्रिंसीपल, उल्लेखनीय प्रदर्शन करनेवाली बेटियों, स्कूल के शारीरिक पीटी टीचर तथा निःशुुल्क प्रशिक्षण देनेवाले संगठन से जुड़े कराटे कोच व 23 जनवरी को संपन्न कराटे एग्जाम में ब्लैक बेल्ट विजेता मनीषा सहारे सहित ब्राउन , येलो , ऑरेंज और ग्रीन बेल्ट विजेताओं का सत्कार पुष्पगुच्छ व स्मृतिचिन्ह देकर किया गया।

आभार का दायित्व सेंट जेवियर स्कूल की छात्राओं ने निभाया।

रवि आर्य