गोंदिया जिले के अर्जुनी मोरगांव तहसील के सोनेगांव झुड़पी जंगल वन परिक्षेत्र में तेंदुए की मौत से वन्यजीव प्रेमियों और वन विभाग में हड़कंप मच गया है।
अर्जुनी मोरगांव तहसील के ग्राम बोदरा के बनगांव वन परिक्षेत्र के सोनेगांव झुड़पी जंगल में 23 मई को रात्रि गश्त करते समय वन कर्मचारियों को तेंदुआ मृत अवस्था में मिला।
मृत तेंदुए के शव की गर्दन और दोनों पैरों के ऊपरी हिस्से पर नुकीले दांतों से कुतरने के निशान है , वहीं कंधों पर भी नाखूनों के घाव और कॉलर बोन ( हड्डी ) टूटी हुई पाई गई हैं , चूंकि वहीं घटनास्थल से कुछ दूरी पर ही गीली मिट्टी के खरौंचों और घसीटने के निशान है जिससे प्रथम दृष्टिया यह कयास लगाए जा रहे हैं कि बाघ , तेंदुए या किसी अन्य वन्य प्राणी के साथ आपसी संघर्ष होने की आशंका है।
इस बात का पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि तेंदुए की मौत की असल वजह क्या है ?
मृत नर तेंदुए की उम्र 6 से 7 वर्ष बताई जाती है वन अधिकारियों के मौजूदगी में नवेगांवबांध यहां शव का पोस्टमार्टम कर अंतिम संस्कार किया गया ।
फिलहाल तेंदुए की मौत के सही कारण सामने नहीं आए हैं अलबत्ता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मामले की असल वजह का खुलासा हो पाएगा।
रवि आर्य