सह निबंधक कार्यालय में लगी आग,कर्मचारियों की सूझबूझ से बची जान-माल की हानि
गोंदिया। शहर के हृदयस्थल जयस्तंभ चौक निकट शनिवार को उस समय हड़कंप मच गया जब प्रशासनिक इमारत ( तहसील भवन ) की दूसरी मंजिल पर कमरा नंबर 23 में स्थित सह जिला निबंधन वर्ग-1 व मुद्रांक जिलाधिकारी गोंदिया कार्यालय से अचानक धुआं उठने लगा , चंद ही मिनटों में पूरे भवन में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार शॉर्ट सर्किट से लगी इस आग ने चंद मिनटों में फर्नीचर , दस्तावेज और इलेक्ट्रिक उपकरण को अपनी चपेट में ले लिया गनीमत रही कि शनिवार सप्ताहांत की वजह से ज्यादा चहल-पहल न होने के कारण कार्यालय लगभग खाली था और कर्मचारी मौजूद नहीं थे वरना हादसा और बड़ा रूप ले सकता था।
उठता धुआं , तोड़ा दरवाजा , खतरे के बीच दिखाया जज़्बा
संकट की इस घड़ी में प्रशासकीय इमारत के अन्य खुले कार्यालयों के कर्मचारियों ने धुआं उठते देखा, उन्होंने तत्काल दरवाजा तोड़कर बहादुरी दिखाई और आग बुझाने की जद्दोजहद शुरू की , कार्यालय के दीवारों पर टंगे अग्निशमन यंत्रों और पानी की मदद से आग पर काबू पाने में उनकी सूझबूझ निर्णायक साबित हुई।
हालांकि, आग में कुछ दस्तावेज और महत्वपूर्ण सामान -फर्नीचर जलने की खबर सामने आई है।घटना की जानकारी मिलते ही संबंधित अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।
इस घटना ने एक बार फिर सरकारी भवनों में सुरक्षा मानकों और विद्युत व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
बहरहाल इस कार्यालय में इलेक्ट्रीशियन पहुंच चुके हैं और पीओपी सीलिंग के भीतर छिपी तारों के मकड़जाल को निकाल कर उनकी जांच की जा रही है , प्रारंभिक तौर पर यही सामने आ रहा है की शॉर्ट सर्किट की वजह से यह हादसा घटित हुआ है। कर्मचारियों की तत्परता और सूझबूझ से आग पर काबू पाया गया।
Ravi Arya