अवैध लकड़ी से तैयार फर्नीचर, सागौन-बीजा के गोले तथा चिरान जब्त, आरा मशीन सील
गोंदिया: एक फर्नीचर व्यवसायी को वन अधिकारियों के साथ दबंगई दिखाते हुए RFO पर हमला करना और फॉरेस्ट विभाग से पंगा लेना भारी पड़ गया है।
सालेकसा FDCM कार्यालय के वन परिक्षेत्र अधिकारी मंगेश बागड़े की शिकायत पर ना सिर्फ पुलिस ने FIR दर्ज कर 2 लोगों को गिरफ्तार किया है बल्कि अब वन अधिकारियों ने सिंघम की तरह सागौन तस्करों पर नकेल कसनी भी शुरू कर दी है।
मुखबिर से मिली पुख्ता जानकारी के बाद 4 अगस्त को वन विकास महामंडल के अधिकारियों के साथ नागपुर -भंडारा फॉरेस्ट विभाग अधिकारियों की टीम ने संबंधित सागौन तस्कर के ठिकानों पर दबिश देते हुए लगभग 40 लाख रुपए मूल्य की इमारती लकड़ी सागौन -बीजा पकड़ने और आरा मिल मशीन को सील में बड़ी सफलता हासिल की है।
दरअसल वन विभाग अधिकारी पर हमला करने के बाद सालेकसा निवासी विनोद फर्नीचर का संचालक जैन यह राडार पर आ गए है , लिहाज़ा वन अधिकारियों ने इस दबंगई दिखाने वाले फर्नीचर मार्ट के संचालक के हौसले पस्त करने की ठान ली है।
इसी के मद्देनजर इस फर्नीचर व्यवसायी के अवैध गोदाम और अवैध आरा मिल मशीन की जानकारी इकट्ठी की गई जिसके बाद 4 अगस्त को सालेकसा टाउन स्थित फर्नीचर मॉल , अवैध आरा मशीन गोदाम सहित ग्राम साखरीटोला स्थित एक आरा मशीन जहां संबंधित व्यक्ति लकड़ी कटाई करवाता था उस जगह पर छापामार कार्रवाई की गई।
यहां से बड़े पैमाने पर अवैध लकड़ी से तैयार किया गया फर्नीचर , अवैध सागौन और बीजा के गोले ( बल्लियां ) और चिरान मिला है।
बताया जाता है कि मौजूद लकड़ियों का हिसाब फर्नीचर संचालक जैन का सहयोगी , साखरीटोला का आरा मशीन व्यवसायी नहीं दे सका। कितनी अवैध लकड़ी मिली है और कौन-कौन से दस्तावेज अधूरे हैं यह अभी साफ नहीं हो सका है।
बहरहाल इमारती लकड़ी सागौन और बीजा के गोले ( बल्लियां ) और चिरान को वाहनों में लादकर वन विभाग अधिकारियों ने अपने कब्जे में ले लिया है।
गौरतलब है गोंदिया जिले में लकड़ा तस्कर सक्रिय हैं जिनके द्वारा हरे भरे पेड़ों की कटाई कर इस हेराफेरी के इमारती लकड़ी सागौन-बीजा को मार्केट में खपाया जाता है।
जानकारी के अनुसार सालेकसा वन अधिकारियों के साथ दबंगई करते हुए वन परिक्षेत्र अधिकारी पर बाइक
चढ़ाकर उसे कुचलने का प्रयास करने की घटना के बाद नागपुर और भंडारा फॉरेस्ट अधिकारियों ने इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए , जंगल की कीमती लकड़ियां काटकर अपने फर्नीचर मार्ट स्थित गोदाम और आरा मिल में छिपा रखने की जानकारी मुखबिर से मिलने के बाद उक्त ठिकानों पर दबिश दी तथा मौजूद लकड़ियों के आधे अधूरे दस्तावेज होने की वजह से आरा मशीन को सील कर दिया गया।
प्रकरण के आगे की जांच वरिष्ठ वन विभाग अधिकारी कर रहे हैं।
रवि आर्य