
गोंदिया। जिले के पालकमंत्री इंद्रनील नाइक ने जिले का दौरा करते हुए सडक-अर्जुनी, देवरी, सालेकसा, आमगांव, गोरेगांव, तिरोड़ा और गोंदिया तहसीलों में हुई अतिवृष्टि (बेमौसम बारिश) से कृषि को हुए नुकसान का निरीक्षण कर सभी 8 तहसीलों में पंचनामा करने के आदेश दिए है।
उन्होंने कहा- किसानों को नुकसान का पूरा मुआवज़ा मिलेगा -सरकार उनके साथ है, प्रत्यक्ष सर्वे किया, देखा बेमौसम बारिश से किसानों का भारी नुकसान हुआ है , प्रशासन को तेजी से चौपट फसल का पंचनामा करने के निर्देश दिए गए हैं। हांलांकि यह एक प्राकृतिक आपदा है, लेकिन शासन- प्रशासन किसानों के साथ खड़ा है।
उन्होंने आगे कहा कि जिले के 900 गांव प्रभावित हुए हैं और 29,050.40 हेक्टेयर क्षेत्र में खेती को नुकसान हुआ है, जिससे 60,073 किसान प्रभावित हुए हैं। दिवाली से पहले और बाद में हुई बारिश के कारण प्रभावित क्षेत्र और किसानों की संख्या बढ़ी है।
अक्टूबर महीने में हुई बारिश के बाद 339 गांवों का पंचनामा पूरा हो गया था, लेकिन पुनः हुई बारिश के कारण फिर से पंचनामा की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। निरीक्षण के दौरान प्राप्त सूचनाओं के आधार पर, किसानों से हमीपत्र (अंडरटेकिंग) लेने की कार्यवाही रोकने के स्पष्ट निर्देश नाईक ने उपविभागीय अधिकारी और तहसीलदारों को दिए।
नाईक ने आगे कहा कि प्रभावित क्षेत्र में 30 प्रतिशत फसल बिक्री की अनुमति देने के विषय में वे मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मंगलवार को मुलाकात करेंगे। राज्य में सबसे अधिक धान उत्पादन करने वाला गोंदिया जिला ही सबसे ज्यादा नुकसान झेल रहा है।
प्रत्येक तहसील में नुकसान का स्तर अलग-अलग है, लेकिन सरकार इस संदर्भ में उचित निर्णय लेगी। ई-पंचनामा पूर्ण होने के बाद जिलाधिकारी के माध्यम से रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजी जाएगी और किसानों को मिलने वाली सहायता के विषय में मैं स्वयं व्यक्तिगत रूप से फॉलो-अप करूंगा, ऐसा भी उन्होंने कहा।
इस अवसर पर विधायक राजकुमार बडोले, विधायक विनोद अग्रवाल, पूर्व विधायक राजेंद्र जैन सहित अन्य गणमान्य नागरिक व अधिकारी उपस्थित थे।
रवि आर्य









