Published On : Fri, Jun 19th, 2020

गोंदिया: रिश्वत लेते थानेदार और पुलिस उपनिरीक्षक गिरफ़्तार

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केस निपटारे के लिए पुलिसकर्मी से स्वीकारी 35 हजार की रिश्वत

गोंदिया: एंटी करप्शन ब्यूरो की विशेष टीम ने 35000 रिश्वत लेने के मामले में गोंदिया ग्रामीण थाने के प्रभारी निरीक्षक प्रदीप अतुलकर इन्हें थाने के केबिन में पुलिसकर्मी से रिश्वत स्वीकारते आज शुक्रवार 19 जून को रंगे हाथों धर दबोचा। पुलिस ने इस मामले में थाने के उपनिरीक्षक गुटाल के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है।

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सूत्रों के मुताबिक यह रिश्वत की राशि मारपीट के एक मामले के निपटारे के तौर पर एसपी ऑफिस में कार्यरत एक शिकायतकर्ता पुलिसकर्मी से मांगी थी।
फरियादी का इशारा पाते ही एसीबी टीम ने दबिश देकर प्रभारी थानेदार अतुलकर को पकड़ लिया ।
राशि बरामद करने के बाद हाथ धुलवाए तो रंग उभर आया इस पर एसीबी दल ने गोंदिया ग्रामीण थाना प्रभारी और पुलिस उप निरीक्षक गुटाल को गिरफ्तार कर लिया।

वाक्या कुछ यूं है कि, शिकायतकर्ता एक पुलिस कर्मचारी है और उसके खिलाफ गोंदिया ग्रामीण थाने में अदखलपात्र के रूप में केस दर्ज है।
17 जून को सहायक पुलिस निरीक्षक अतुलकर ने उक्त केस संबंधी पूछताछ के लिए शिकायतकर्ता को थाने बुलाया और कहा- तुम्हारे खिलाफ इस प्रकरण में बाल क्रूरता अधिनियम के तहत जुर्म दर्ज हो सकता है और इससे तुम्हारी नौकरी पर भी मुसीबत आ सकती है, अगर तुम चाहते तो तुम्हारे खिलाफ चाईल्ड कु्रअ‍ॅल्टी का केस न बने तो तुम अर्जदार के साथ समझौता कर लो? इसके लिए तुम्हें 35 हजार का खर्च लगेगा। तुम राशि लेकर आओ और गुटाड साहब के पास जमा कर दो, जिसके बाद मैं तुम्हारा समझौता करवाकर केस का निपटारा कर लेंगे, एैसा बोलते हुए शिकायतकर्ता से 35,000 की डिमांड कर दी।

शिकायर्तकर्ता पुलिसकर्मी यह रिश्‍वत की रकम देने का इच्छुक नहीं था लिहाजा उसने 18 जून को भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग के गोंदिया दफ्तर पहुंच शिकायत दर्ज करायी।

एसीबी अधिकारियों ने जांच पश्‍चात जाल बिछाया और आज 19 जून को सफल कार्रवाई को अंजाम देते हुए सहायक पुलिस निरीक्षक अतुलकर तथा उपनिरीक्षक उमेश गुटाड इन्हें शिकायतकर्ता पुलिस कर्मी से 35 हजार रूपये की रिश्‍वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया गया।
इस संदर्भ में अब दोनों घूसखोर पुलिसकर्मियों के खिलाफ धारा 7 भ्रष्टाचार प्रतिबंधक कानून अधिनियम 1988 (सुधारित अधिनियम 2018) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

उक्त कार्रवाई पुलिस अधीक्षक श्रीमती रश्मी नांदेडकर, अप्पर अधीक्षक राजेश दुद्दलवार (नागपुर एसीबी) के मार्गदर्शन में पुलिस उपअधीक्षक रमाकांत कोकाटे, सउपनि शिवशंकर तुंमडे, विजय खोब्रागड़े, पो.ह. प्रदीप तुलसकर, राजेश शेंद्रे, ना.पोसि रंजित बिसेन, दिंगबर जाधव, नितिन रहांगडाले, राजेंद्र बिसेन, मनापोसि वंदना बिसेन, गीता खोब्रागड़े, चालक नासोपि देवानंद मारबते आदि ने की।

रवि आर्य

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