मैंने पीड़ा उठते देखी , शरीर में दर्द उठते देखा, जिंदगी में दर्द के बादलों को घिरते देखा अब जब कांटा निकाला तो निष्पीड़ा हुए।
जादू टोना करने के संदेह में कथित तौर पर की गई निर्शंस हत्या के मामले में पुलिस ने एक ऐसे आरोपी को गिरफ्तार किया है जिससे अपने किए का कोई मलाल नहीं।
काम तमाम करने के बाद आरोपी यह हैदराबाद भागने की तैयारी में था तभी पुलिस ने उसे धर दबोचा।
दरअसल आरोपी को शक था कि उसे शारीरिक पीड़ा इसलिए हो रही है क्योंकि उस पर काला जादू किया जा रहा है जिसकी वजह से वह स्वस्थ नहीं हो पा रहा इसी भ्रम में आकर वह हैदराबाद से चलकर गोंदिया आ गया और मौका मिलते ही उसने आसाराम की गर्दन पर सुनसान जंगल में हमला करते हुए उसकी निर्मम हत्या कर दी।
बकरियां घर लौटी आसाराम नहीं लौटा , पत्नी गई जंगल तो मिली लाश
घटना इस प्रकार है कि, 17 जून के दोपहर 3 बजे गोरेगांव तहसील के ग्राम हेटीटोला (पालेवाड़ा) निवासी आसाराम देऊ कांबड़े यह गांव के पास स्थित जंगल परिसर में बकरियां चराने के लिए गया था। शाम 6.30 बजे के लगभग बकरियां घर लौट आयी लेकिन आसाराम नहीं लौटा जिसपर उसकी पत्नी यह ग्रामीणों के साथ पति की तलाश में जंगल की ओर निकली इस दौरान जंगल के तालाब के पास आसाराम कांबड़े मृत अवस्था में पड़ा था। उसके सिर पर गर्दन पर किसी धारदार हथियार से गंभीर जख्मों के निशान थे , किसी अज्ञात द्वारा धारदार हथियार से उसकी हत्या कर दी गई थी।
इस संदर्भ में फिर्यादी हसंराज आसाराम कांबड़े (रा. हेटीटोला पालेवाड़ा) की रिपोर्ट पर गोरेगांव थाने में अ.क्र. 380/25 की धारा 103 (1) भारतीय न्याय संहिता 2023 के तहत मामला दर्ज किया गया।
हत्या के मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला पुलिस अधीक्षक गोरख भामरे के निर्देश पर स्थानीय अपराध शाखा पुलिस निरीक्षक पुरूषोत्तम अहेरकर के मार्गदर्शन में अज्ञात हत्यारों की तलाश कर उनकी गिरफ्तारी हेतु 3 अलग-अलग टीमें तैयार कर घटनास्थल की ओर रवाना की गई। जांच टीम की ओर से वारदात स्थल का बारिकी से निरीक्षण किया गया तथा क्षेत्र के नागरिकों से भी पूछताछ की गई।
हैदराबाद भागने की फिराक में था हत्यारा ? पुलिस ने दबोचा
आखिरकार पुलिस के हाथ हत्यारे के बारे में पुख्ता जानकारी मिली जिसके आधार पर देवेंद्र उर्फ भुरू चुन्नीलाल ताराम (24 रा. हेटी पालेवाड़ा त. गोरेगांव ह.मु. हैदराबाद) को ग्राम हलबीटोला से गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस की कड़ी पूछताछ में आरोपी ने जूम कबूल करते बताया कि, उसे संदेह था कि, मृतक आसाराम ने उसपर जादूटोना किया है जिससे उसे पीड़ा हो रही है। इसी के चलते वह हैदराबाद से गांव आया और मौका मिलते ही आसाराम कांबड़े के सिर पर लोहे की कुल्हाड़ी से वार करते हुए उसकी निर्मम हत्या कर दी और वह वापस हैदराबाद जाने के लिए निकला था कि तभी पुलिस के हत्थे चढ़ गया।बहरहाल क्राइम ब्रांच ने चंद घंटों में ही हत्या की गुत्थी सुलझाकर आरोपी को गोरेगांव पुलिस के सुपुर्द कर दिया है ,आगे की जांच पड़ताल जारी है।
रवि आर्य