Published On : Fri, Jun 11th, 2021

गोंदिया: कोरोना संकट में अनाथ बच्चों की शिक्षा और उचित देखभाल के लिए बढ़े, मदद के हाथ

जिलाधिकारी ने किया था अनुरोध, निराश्रित बच्चों के लिए आगे आयी कई संस्थाएं

गोंदिया। जिले के ऐसे तमाम गरीब बच्चे जिन्होंने कोरोना संकट काल की वजह अपने माता-पिता या अभिभावक को खो दिया है उन अनाथ बच्चों की मदद और बेहतर भविष्य के लिए कई संस्थाओं ने आगे आकर उनके संरक्षण- शिक्षा और देखभाल के लिए हरसंभव सहयोग का ऐलान जिलाधिकारी को सौंपे पत्र के माध्यम से किया है ताकि उन बच्चों का भविष्य उज्जवल हो सके और वे मजबूत नागरिक बन सकें ।

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गौरतलब है देशभर में फैले कोरोना संक्रमण से सबसे अधिक महाराष्ट्र प्रभावित हुआ है और कई लोगों की जान भी गई है।अकेले गोंदिया जिले में अब तक कुल 696 संक्रमितों की मौत हो चुकी है।

इस संदर्भ में गोंदिया जिलाधिकारी की अनुशंसा पर जिन परिवारों में कर्ता पुरूष या कर्ता महिला की मृत्यु हुई है, एैसे परिवारों का राजस्व विभाग व अन्य विभागों के अधिकारी दौरा करते हुए उन्हें सांत्वना दे रहे है।

इसी सिलसिले में गोंदिया कलेक्टर राजेश खवले ने सामाजिक संस्थाओं से अनुरोध करते कहा था- बच्चे देश के भविष्य का प्रतिनिधित्व करते हैं और कोरोना से प्रभावित अनाथ बच्चों के समर्थन और सुरक्षा के लिए एक समाज के रूप में यह हमारा कर्तव्य के हमें ऐसे गरीब बच्चों की शिक्षा और उनकी उचित देखभाल के लिए आगे आना चाहिए ताकि उनमें एक उज्जवल भविष्य की आशा बनी रहे। जिलाधिकारी के अपील का असर अब दिखाई देने लगा है ।

भारतीय जैन संघटना (पुणे ) के जिलाध्यक्ष कुशल चोपड़ा , प्रतिनिधि महेश कोठारी, दिलीप जैन , संजय चोपड़ा , पीयूष जैन की ओर से 7 जून को हुई बैठक के दौरान ऐसे बच्चों की शिक्षा की जिम्मेदारी लेने का आश्वासन देते हुए कहा गया है कि माता-पिता को खोने वाले बच्चों की पढ़ाई पूरी करने के लिए विद्यालय ओर प्राइवेट स्कूलों में भी शिक्षा व्यवस्था की जाएगी , यूनिफॉर्म ,कॉपी -किताब का खर्च भारतीय जैन संगठन उठाएगी।

विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष भीकमचंद शर्मा , जिला महामंत्री सचिन चौरसिया, अनिल हुंदानी ने 10 जून को गोंदिया कलेक्टर को सौंपे पत्र में कहा है-कोरोना से प्रभावित परिवारों के निराश्रित गरीब 10 बच्चों के लालन-पालन, रहवास, खाना-पीना एवं पढ़ाई की व्यवस्था इत्यादि संपूर्ण जिम्मेदारी हम लेना चाहते हैं , हमारे कार्यालय में निवास , रसोईघर , शौचालय आदि की समुचित व्यवस्था है तथा पूर्वोत्तर राज्यों के निराश्रित बच्चों का लालन-पालन संस्था गत कई वर्षों से कर रही है लिहाज़ा हमें अनुमति प्रदान कर समाज सेवा का मौका देकर अनुग्रहित करें।

भूमि विषयक कानून व तकनीकी सलाहकार तथा अग्रसेन सेवा प्रतिष्ठान नागपुर के अध्यक्ष महेशकुमार गोयल की ओर से कोरोना से मरने वालों के परिवारों के लिए अन्न धान्य की 100 कीट उपलब्ध करायी गई है।

इस राशन किट में आटा, तुवर दाल, नमक, सोयाबीन तेल, मिर्च पाऊडर, धनिया पाऊडर, हल्दी पाऊडर, आलू, प्याज आदि सामग्री है।

इसके साथ ही के.एम.जे. मेमोरियल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर गोंदिया के डॉ. अमित जायसवाल की ओर से कोरोना से मृत हुए परिवारों के मरीजों की निःशुल्क जांच की घोषणा की है।

कुल मिलाकर जिलाधिकारी राजेश खवले के आव्हान पर गोंदिया जिले की जनता एंव सामाजिक संस्थाएं कोविड के बाद आर्थिक संकट से जूझ रहे परिवारों की मदद हेतु आगे आयी है, इससे अपने परिवार के सदस्य को खोने वाले परिवारों को बड़ी राहत मिली है।


रवि आर्य

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