कला यह ईश्वरीय देन है मगर उसे संवारना पड़ता है- कमला राठौड़
गोंदिया। इंसान अपने संपूर्ण जीवन में हालातों से लड़ता-लड़ता ही आगे बढ़ता है, लेकिन कई बार हालात ही इंसान को तोड़ देते है किन्तु जिंदगी बहुत किमती होती है उसकी अहमियत वहीं समझ पाते है जो इसको जीने का माद्दा रखते है।
तस्वीर में दिख रही महिला का नाम अगर आप भूल रहे हैं तो आपको बता दें कि यह गोंदिया की लता मंगेशकर है जो 1973 में किस्मत आजमाने मुंबई चली गई और बॉलीवुड इंडस्ट्री का हिस्सा बनी, संगीतकार श्यामजी घनश्यामजी , संगीतकार रविंद्र जैन ने गीत रिकार्ड करवाए, आशाजी व लताजी के गीतों को उन्होंने अपनी आवाज और अपने अंदाज में गाया।
राजश्री प्रोडक्शन के साथ कई स्टेज प्रोग्राम भी हासिल होते चले गए, डॉयरेक्टर रितूराज की कम बजट की फिल्म में गीत गाया।
कोलकाता के नेताजी (घूमता) स्टेडियम में प्रसिद्ध गायिका उषा उत्थुप के साथ शो करने चली गई इस स्टेज प्रोग्राम में उषा उत्थुप ने अपना गीत हरे रामा-हरे कृष्णा अपने अंदाज में गाया और यही गीत कमला राठौड़ ने आशाजी की आवाज में.. क्या खुशी- क्या गम, जब तक है दम में दम, अरे आयो कश पे कश लगाते जाओ, गलियों में घूमों-सड़कों पर झूमों दुनिया की खुब करो सैर, हरे रामा.. हरे कृष्णा यह जोशिले अंदाज में सुनाया तो वन्स मोर की आवाज उठनी शुरू हो गई जिसपर उषा उत्थुप ने अपने हाथों से उन्हें सोने की अंगूठी भेंट की तथा हस्तलिखित प्रशस्ति पत्र सौंपा कि, तुम्हारी आवाज और अंदाज बहुत सुरिला है।
कुछ ऐसा रहा गोंदिया से मुंबई बॉलीवुड का सफर
गोंदिया की गायिका कमला राठौड़ ने मुंबई के प्रभादेवी रोड पर मूलजी हाउस में पेईंग गेस्ट के तौर पर 1973 में किराए का कमरा लेकर संघर्ष शुरू किया तथा प्रसिद्ध दिग्गज बॉलीवुड कलाकार बिंदू, केस्टो मुखर्जी, टून-टून, जयश्री, डांसर मधुमती, हेमलता, नीरू पुरुषोत्तम , राधा सलूजा जैसे अनेक कलाकारों के साथ देश भर में कई बड़े स्टेज शो किए और आज बेबसी का जीवन जीने पर मजबूर हैं क्योंकि इस दौरान 1984 में आपस में जमी नहीं तो पति बॉबी से तलाक हो गया, बच्चा डेढ़ साल का था फिर अकेले ही मां के साथ बच्चे को लेकर स्टेज प्रोग्राम करने जाती रही तथा रायपुर संगीत समिति (म्यूजिकल ग्रुप), नागपुर के प्रसिद्ध ओ.पी. सिंह आर्केस्ट्रा ,रायपुर के प्रविण जाधव आर्केस्ट्रा, भिलाई के शाहिद- आरिफ ओर सैफ-सोहेल ऑर्केस्ट्रा के साथ यादें रफी और कई म्यूजिकल प्रोग्राम किए।
इसी बीच जवान बेटे राकेश की मौत और बहू का घर छोड़कर चले जाना जैसी घटनाओं ने गायिका कमला राठौड़ की लाइफ को ही बदल कर रख दिया और आज वह अपनी रोजी-रोटी चलाने को मोहताज हैं।
उनकी जिंदगी इस तरह मोड़ लेगी कि जिन हाथों में माइक हुआ करता था आज उन्हीं हाथों से यह बुजुर्ग महिला अपने नन्ही पोती तुलसी और पोते उमान (6) की परवरिश कर रही है।
आर्केस्ट्रा, स्टेज शो बंद होने से आई भूखमरी की नौबत
कोरोना महामारी के दौरान लगे लॉकडाउन के कारण आर्केस्ट्रा, स्टेज शो पूरी तरह से बंद हो गए जिसके कारण उस व्यापार से जुड़े कई कलाकार बेरोजगारी की जिंदगी जी रहे हैं, उन्हीं में से एक है शहर के रामनगर इलाके में अपने परिवार के साथ रहने वाली कमला राठौड़।
क्योंकि उम्र का असर उन पर भी होने लगा है लेकिन उनकी सुरीली आवाज आज भी श्रोताओं को बेहद भाती है।
गरीब परिवार की मदद का संकल्प लेकर एडिशनल कलेक्टर घर पहुंचे
इस गरीब परिवार की मदद का संकल्प लेकर गोंदिया के एडिशनल कलेक्टर राजेश खवले खुद शुक्रवार 1 अक्टूबर को इस परिवार से मिलने पहुंचे।
इस दौरान श्री राजेश खवले ने अपने दोस्तों से मदद की अपील की और अगले एक साल तक 5000 रूपए प्रतिमाह देने की व्यवस्था की है। इस माह की आर्थिक सहायता राशि 5000 हजार के रूप में कमला राठौर को सौंपी गई साथ ही परिवार के बच्चों को भोजन भी वितरित किया।
इस मौके पर बच्चों के चेहरे पर खुशी अवर्णनीय थी मानो आज परिवार में दीपावली जैसा माहौल हो ।
इस मौके पर अपनी सुरीली आवाज में कमला राठौड़ ने कुछ गीत गुनगुनाए।
यह अनुमान लगाना संभव नहीं कि करोना कॉल में कौन प्रभावित होगा ? वह गायिका जो कभी एक सेलिब्रिटी थी , जो बड़े-बड़े स्टेज प्रोग्राम पर अपनी सुरीली आवाज देती थी , अब काफी तनाव में हैं।
अगर हम ऐसे जरूरतमंदों की मदद करने की कोशिश करते हैं तो यह महान सामाजिक कार्य हो सकता है ।
विशेष उल्लेखनीय है कि अप्पर जिलाधिकारी राजेश खवले की अनुशंसा पर इस गरीब परिवार को अगले 1 साल तक प्रतिमाह एक- एक हजार रुपए की सहायता राशि प्रदान करने का वादा करण चौहान (न.प मुख्य अधिकारी गोंदिया) विनय गोसावी (उपविभागीय अधिकारी, एरंडोल जलगांव ), डी.एल ठाकरे (सहायक आयुक्त जिला कौशल विकास व रोजगार-अकोला ), अतुल गौड़ (जिला खनिकर्म अधिकारी ,वर्धा ) द्वारा किया गया है।
बता दें कि इस मुश्किल घड़ी में गोंदिया विधानसभा ग्रुप के सेवाभावी सदस्यों द्वारा प्रतिमाह 2000 रूपए की आर्थिक सहायता राशि इस गरीब परिवार को प्रदान की जाती है।
रवि आर्य
