Published On : Thu, May 27th, 2021

गोंदिया: धान खरीदी पर मचा घमासान, किसानों में गुस्सा

धान खरीदी केंद्रों के लिए इंतजार आखिर कब तक ? भाजपा ने किया धरना प्रदर्शन

गोंदिया। धान खरीदी की मियाद तो राज्य की आघाड़ी सरकार ने मई-जून तय कर दी लेकिन मई माह समाप्ति के कगार पर है और अब तक एक क्विंटल धान की खरीदी शुरू नहीं हुई है नतीजतन खेतों से काटी गई फसल तैयार पड़ी है और गांव से लेकर कस्बे तक धान खरीदी केंद्र शुरू न होने से किसान गुस्से में है ।

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गौरतलब है कि गोंदिया जिले में लगभग 65000 हेक्टेयर भूमि पर रब्बी धान की रोपाई की गई ,प्रति हेक्टर 43 क्विंटल उत्पादन के हिसाब से धान खरीदी की जाती है तो उस हिसाब से 34 लाख क्विंटल के आसपास धान खरीदी होनी है , किंतु फसल कटने के 1 माह बाद भी धान बिका नहीं हैं , कई किसानों के पास धान को रखने के लिए जगह नहीं है, खुले आसमान के नीचे धान रखा है , धान बिक्री ना होने से किसानों के हाथ खाली हैं तो वहीं नई फसल की तैयारी के चलते कुछ किसान ओने पौने दामों पर अपनी फसल खुले बाजार में बेचने हेतु विवश हैं।
यह सारा परिदृश्य देखने के बावजूद त्रिशंकु सरकार और जिला प्रशासन मूक दर्शक बने हुए हैं ।

आघाड़ी सरकार , किसान विरोधी सरकार -भाजपा

धान खरीदी में हो रहे विलंब को देखते हुए इस व्यवस्था को सुचारू रूप से बनाए रखने की बात कहते हैं भाजपा ने 21 मई को ज्ञापन सौंपते कहा था अगर 5 दिनों के भीतर पंजीकृत 69 (पुराने) और नए 42 ऐसे कुल 111 आधारभूत धान खरीदी केंद्र गोंदिया जिले में शुरू नहीं हुए तो भाजपा किसानों के समर्थन में धरना आंदोलन करेंगी।

इसी सिलसिले में आज गुरुवार 27 मई को गोंदिया कलेक्टर ऑफिस सहित जिले के सभी 8 तहसील कार्यालयों पर भाजपा द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया।

कलेक्टर ऑफिस के सामने पंडालों में जुटे पूर्व मंत्री, मौजूदा विधायकों ने कहा- 111 में से 42 केंद्रों को मंजूरी दी गई है किंतु उनके पास भी गोदाम मौजूद नहीं है जिसके कारण इन धान खरीदी केंद्रों पर भी एक बोरा धान खरीदी शुरू नहीं हुई है।

हर साल नियमित रूप से फसल कर्ज समय पर चुकाने वाले किसानों को 50, 000 प्रोत्साहन अनुदान दिया जाना था किंतु अब तक उनको प्रोत्साहन राशि प्राप्त नहीं हुई है।

सरकार के माध्यम से वर्ष 2020- 21 में निर्धारित समर्थन मूल्य 1868 की दर से धान खरीदा गया है और आघाड़ी सरकार ने 700 प्रति क्विंटल ( 50 क्विंटल तक) प्रोत्साहन भत्ता ( बोनस ) देने की घोषणा की थी लेकिन 8 माह बाद भी बोनस राशि किसानों के बैंक खातों में जमा नहीं की गई।
सरकार के माध्यम से धड़क सिंचाई कुआं योजना के तहत 1100 धड़क सिंचाई कुओं को स्वीकृति प्रदान कर 25 करोड़ की राशि निर्धारित की गई , किसानों ने ब्याज पर पैसा इधर उधर से लेकर खेतों में कुओं का निर्माण किया लेकिन अब तक धड़क सिंचाई कुआं योजना राशि शासन की ओर से लाभार्थी किसानों को मिली नहीं है।

ऐसे अनेक किसानों के ज्वलंत प्रश्न हैं जिनको सुलझाने हेतु भाजपा ने 21 मई को जिला प्रशासन को निवेदन देते कहा था अगर यह प्रश्न नहीं सुलझे तो 27 मई से जिलाधिकारी कार्यालय के सामने और समस्त तहसील कार्यालयों के समक्ष धरना आंदोलन होगा।

दरअसल आघाड़ी सरकार किसान विरोधी सरकार है जो किसानों पर जानबूझकर अत्याचार कर रही है ,

भाजपा किसानों के साथ खड़ी है जब तक किसानों की धान खरीदी शुरू नहीं होती तब तक भाजपा गली-गली में जाकर इस आंदोलन को और तीव्र करेगी।

ज्ञापन सौंपने के गए भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने जिला प्रशासन को अल्टीमेटम देते कहा- अगर 10 दिनों में व्यवस्था दुरुस्त नहीं हुई तो और भी तीव्र आंदोलन होगा , इस अवसर पर पूर्व मंत्री तथा गोंदिया- भंडारा विधायक डॉ. परिणय फुके , विधायक विजय रहांगडाले ,पूर्व विधायक राजकुमार बडोले , रमेश भाऊ कुथे , गोपालदास अग्रवाल , हेमंत पटले , जिला अध्यक्ष केशवराव मानकर , नगराध्यक्ष अशोकराव इंगले , शहर अध्यक्ष सुनील केलनका, दिनेश दादरीवाल , दीपक कदम , संजय कुलकर्णी , आदि भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे।

रवि आर्य

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