Published On : Wed, Jan 8th, 2020

गोंदियाः गरीबों का चूल्हा बुझाकर अमीरों के घर हो रहे है रोशन

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प्रधानमंत्री उज्जवला गैस कनेक्शन योजना पर लग रहा है पलीता

गोंदिया: कमजोरवर्ग के परिवारों द्वारा खाना पकाने के लिए परम्परागत रूप से लकड़ी और गोबर के उपले का इस्तेमाल किया जाता है, इससे निकलने वाले खतरनाक धुएं का असर महिलाओं के स्वास्थ्य पर पड़ता है, लिहाजा केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री उज्वला गैस योजना यह मई २०१६ में शुरू की।

योजना का मकसद देश के ८ करोड़ गरीब परिवारों को महज १०० रूपये में एलपीजी गैस कनेक्शन, सिगड़ी, रेल्यूलेटर, पाइप के साथ उपलब्ध करवाना है लेकिन छत्तीसगढ़ प्रदेश के आदिवासियों के नाम पर बोगस दस्तावेज, नाम, पत्ता, जनधन बैंक एकाऊंट नंबर, आधार नंबर आदि भरकर वहां की गैस एजेंसियों द्वारा फर्जी तौर पर प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के गैस सिलेंडर हासिल कर लिए जाते है जिनकी सिगड़ी व रेग्यूलेटर को खुले बाजार में बेच दिया जाता है और सिलेंडर भी एक प्रदेश से दूसरे प्रदेश केलिए बेच दिए जाते है।

गरीब दलित-आदिवासियों के लिए अच्छे उद्देश्य से शुरू की गई इस योजना पर किस तरह पलीता लग रहा है? इसकी एक बानगी मंगलवार ७ जनवरी के दोपहर गोंदिया के पुराना बस स्टैंड क्षेत्र में मछली बाजार (मटन मार्केट) निकट स्थित हमारा ट्रांसपोर्ट नामक फर्म पर स्थानिक अपराध शाखा पुलिस दल की छापामार कार्रवाई के दौरान उजागर हुई। एलसीबी टीम ने यह कार्रवाई गुप्तचर से मिली पुख्ता जानकारी के आधार पर की।

सफेद बोरी से निकले लाल सिलेंडर

हमारा ट्रांसपोर्ट के कमरे में रखे सामान के बीच सफेद बोरी में बंद ८ लाल रंग के गैस सिलेंडर थे, जब बोरी को खोला गया तो प्रधानमंत्री उज्वला गैस योजना का खाली गैस सिलेंडर बाहर आ गया।
सूत्रों से प्राप्त जानकारीनुसार जब्त किए गए ८ खाली गैस सिलेंडर छत्तीसगढ़ के रायपुर स्टेशन के पास बांस टाल इलाके में स्थित हमारा ट्रांसपोर्ट फर्म में एक दिन पूर्व वहां के एक कारोबारी द्वारा गोंदिया के लिए बुक किए गए थे। गोंदिया में इस माल की डिलेवरी एक अनाज कारोबारी द्वारा ली जानी थी जिसका रिश्तेदार तुमसर में रहता है क्योंकि रायपुर से तुमसर के लिए सीधी ट्रांसपोर्ट सेवा उपलब्ध नहीं है इसलिए माल (सिलेंडर) पहले गोंदिया आता है, फिर यहां से तुमसर भेजा जाता है। ट्रांसपोर्टर रायपुर से गोंदिया तक का भाड़ा १२० रूपये लेता है तथा गोंदिया से तुमसर के लिए भाड़ा ५० रूपये तय है।
रायपुर की गैस एजेंसीयों में बैठे दलाल उज्जवला योजना के तहत अवैध रूप से हासिल किए गए खाली सिलेंडर को महज १००० रूपये में बेचते है, यह सिलेंडर भाड़ा चार्ज कर तुमसर ११७० रूपये में पहुंच जाता है और तुमसर, भंडारा व आसपास के इलाकों में रहने वाले नौकरी पेशा कर्मचारी, नाश्ता होटल व ढाबा व्यवसायीयों को १८०० से २००० रूपये में बेचा जाता है।
हम और आप अगर नया कनेक्शन लेने जाएंगे तो एक सिलेंडर, सिगड़ी (१९०० रू) और पाइप इस कनेक्शन के लिए ४८३४ रूपये कीमत अदा करनी पड़ती है, डबल सिलेडर, सिगड़ी, पाइप कनेक्शन के लिए ७०६२ रूपये लगते है। अगर आपके पास कनेक्शन उपलब्ध है लेकिन एक खाली सिलेंडर की जरूरत है तो तब भी आपको अतिरिक्त सिलेंडर के लिए २८०० रूपये कीमत चुकानी पड़ेगी।
नियमानुसार एक कार्डधारक परिवार को केवल २ सिलेंडर ही मिल सकते है, अगर तीसरे की जरूरत है तो आपको २ नंबर का खरीदना पड़ेगा। साथ ही नए कनेक्शन लेने के लिए दस्तावेज, आवेदन और सारी प्रक्र्रिया के पचड़े से बचने के लिए कुछ लोग शार्टकर्ट का रास्ता अपनाते है और यहीं वजह है २ नंबर के सिलेंडरों की बिक्री की..

मिनी ट्रक व ८ सिलेंडर जब्तः ३ नामजद

घटना की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी डॉ. कांदबरी बलकवड़े ने तत्काल संज्ञान लेते हुए जिला आपूर्ति विभाग को कार्रवाई के निर्देश दिए तत्पश्‍चात आपूर्ति निरीक्षक अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और ८ सिलेंडर और जिस गाड़ी में माल आया था एैसा ६ चक्का मिनी ट्रक (क्र. एमएच ४०/वाय. ३३९७) को अपने कब्जे में लेते हुए जब्ती पंचनामा तैयार किया तथा ट्रक को जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय में लाकर जमा कर दिया गया।
इस प्रकरण के संदर्भ में फिर्यादी आपूर्ति निरीक्षक वैभव वासूदेव तोंडे की शिकायत पर शहर पुलिस ने ११ हजार ६०० रूपये मुल्य के ८ सिलेंडर तथा ७ लाख रूपये मुल्य का वाहन इस तरह ७ लाख ११ हजार ६०० रूपये का साहित्य जब्त करते हुए ट्रांसपोर्ट कारोबारी व ट्रक मालक विशाल ज्ञानचंद हुंदानी (२७ रा. रामनगर गोंदिया), नोतनदास दादलानी (रा. तुमसर जि. भंडारा) तथा ट्रक ड्राइवर रविंद्र अनंतराम पोगड़े (५२ रा. उमरी/काटी त. गोंदिया) के विरूद्ध अ.क्र. १४/२०२० के धारा ३, ७ जीवन आवश्यक वस्तु अधिनियम (ईसी एक्ट) का जुर्म दर्ज किया है। मामले के आगे की जांच जिला पुलिस अधीक्षक मंगेश शिंदे के मार्गदर्शन में सापोनि विवेक नार्वेकर कर रहे है।