जिद पर अड़े ग्रामवासी , जब तक आर्थिक मुआवज़ा नहीं मिलता तब तक शव नहीं उठाएंगे, दाह संस्कार नहीं होगा ?
गोंदिया: जिले के दवनीवाड़ा थाना अंतर्गत आने वाले ग्राम रतनारा से परसवाड़ा मार्ग पर महालगांव के निकट बुधवार 15 जून को रेती भरे टिप्पर के चपेट में आने से ट्रैक्टर ट्रॉली पर सवार होकर खेत जा रहे 6 मजदूरों में से 2 की मौत हो गई थी, जिसके बाद गुस्साए ग्रामीणों ने रेती लदे डंपर को फूंक दिया था।
मृतकों के शव के पोस्टमार्टम के बाद ग्रामीणों ने पिड़ित परिवारों को डेढ़- डेढ़ लाख रुपए तत्काल मुआवजा और घायलों के इलाज के संपूर्ण खर्च की मांग को लेकर बवाल मचाना शुरू कर दिया तथा सड़क दुर्घटना में मौत के शिकार हुए प्रशांत आगासे ( 26, महालगांव) के शव के साथ ग्रामीण दवनीवाड़ा पुलिस स्टेशन पहुंचे।
उसी प्रकार दूसरे शव को गुरुवार 16 जून के दोपहर 3:30 बजे बाजार चौक पर रखकर मृतक गोविंद के परिजनों को मुआवजा देने की मांग करने लगे और यातायात अवरुद्ध कर दिया।
चक्का जाम खुलवाने गए पुलिस बल पर धावा, वाहन के शीशे तोड़े
रतनारा से परसवाड़ा मार्ग के बाजार चौराहे पर एसटी बस सहित कई यात्री वाहन जाम में फंसे हुए हैं जब इस बात की जानकारी दवनीवाड़ा पुलिस को मिली तो वह चक्का जाम खुलवाने पहुंची तब आक्रोशित ग्राम वासियों ने सड़क पर हंगामा बरपाना शुरू कर दिया जिस पर पुलिस ने हल्के लाठी बल का उपयोग किया तो गुस्साए ग्राम वासियों ने लाठीचार्ज का जवाब पत्थरबाजी से देते हुए पुलिसकर्मी को जख्मी किया और पुलिस वाहन पर पथराव कर उसके शीशे तोड़ दिए तथा इस दौरान पुलिस वाहन को फूंकने का प्रयास भी किया गया।
हालात बेकाबू होते हुए देख पुलिस कंट्रोल रूम को फोन करते हुए अतिरिक्त पुलिस बल भेजने की मांग की गई जिसके बाद 15 पुलिस अधिकारियों और 184 पुलिस जवानों की अतिरिक्त फोर्स को हालात पर काबू पाने हेतु घटनास्थल पर भेजा गया है।
समाचार लिखे जाने तक ग्राम महालगांव में इस बात को लेकर तनाव बरकरार है कि जब तक मृतकों के परिवार को डेढ़-डेढ़ लाख रुपए का आर्थिक मुआवज़ा और 4 जख्मियों को संपूर्ण उपचार खर्च नहीं मिलता तब तक शव नहीं उठाएंगे, दाह संस्कार नहीं होगा?
फिलहाल महालगांव में स्थिति तनावपूर्ण किंतु नियंत्रण में है आला पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच चुके हैं तथा ग्राम वासियों के साथ बैठक कर उन्हें समझाने का प्रयास करते तत्काल आर्थिक मदद दिलाने का आश्वासन दिया जा रहा है।
रवि आर्य