Published On : Wed, Jun 10th, 2020

हर तरफ हर्षः गोंदिया कोरोना मुक्त घोषित

सभी 69 मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे

गोंदिया: गोंदिया के लिए इससे बड़ी खुशी का बात ओर क्या होगी? कि लंबे संघर्षों के बाद आज वह पूर्णतः कोरोना मुक्त घोषित हो गया।

जिस तरह से प्रवासी मजदूरों का आना जारी था और संक्रमित मरीजों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा था, उस वक्त हर इंसान डरा-डरा सा वह सहमा-सहमा था।

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डॉक्टरों की अथक मेहनत और पौष्टिक जीवन सत्व आहार का ही नतीजा है कि, गोंदिया ने कोरोना पर विजयश्री प्राप्त कर ली और सभी 69 बाधित स्वस्थय होकर अब अपने घरों की लौट चुके है। यह राहत भरी खबर सुनकर आज हर कोई सुकुन महसुस कर रहा है।

कोरोना पर जंग जीतने में लगे 23 दिन
गौरतलब है कि, 19 मई से लगातार आंकड़ों में वृद्धि हो रही थी और 2 जून तक संख्या 69 पर पहुंच गई, जिसके बाद कोरोना पर जंग जीतने का दौर शुरू हुआ जिसका अंतिम पड़ाव आज 10 जून को पूरा हुआ इस तरह कोरोना से लड़ते हुए जंग जीतने में पूरे 23 दिन लग गए।

आज 10 जून को आखरी बाधित मरीज की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाग जिले में एक्टिव मरीजों की संख्या शुन्य हो गई।
जो मरीज आज कोरोना मुक्त होकर घर लौटा, वह अर्जुनी मोरगांव तहसील का निवासी है।

जिले के नागरिकों के लिए एक ओर खुशखबरी है कि, गत 8 दिनों से एक भी नया मामला सामने नहीं आया।
सनद रहे, कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के बीच जिले से अब तक 1129 लोगों की जांच की जा चुकी है।

इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य सुरक्षा के मुद्देनजर जिले के 1574 लोग विभिन्न संस्थात्मक व शालाओं में क्वारेंटाइन है जबकि 1743 होम क्वारंटाइन है इस तरह कुल 3317 व्यक्ति अलगीकरण किए गए है, एैसी जानकारी जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. श्याम निमगड़े की ओर से दी गई है।

टीम वर्क के बूते मिली कोरोना पर जीतः कलेक्टर

आम जनता के नाम संदेश जारी करते गोंदिया कलेक्टर डॉ. कादंबरी बलकवड़े ने कहा- अब जिले में एक भी कोरोना एक्टिव मरीज नहीं है, इसके लिए जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग, शिक्षण विभाग, मीडिया सहित ग्राम पंचायत सदस्य, जनप्रतिनिधि से लेकर आम सामान्य नागरिक तक ने अपनी भागीदारी निभायी।

जैसी सतर्कता अब तक सामान्य नागरिकों ने बरती है वैसी ही भूमिका बनाए रखे, अगर कोई जरूरी काम न हो तब तक घर से बाहर न निकले और निकलना है तो मास्क और सोशल डिस्टेसिंग जरूरी है, बार-बार साबुन से हाथ धोएं, अनावश्यक गर्दी ना करें, अगर कोई बुजुर्ग, गर्भवती महिला या 10 साल से छोटा बच्चा तो स्वास्थ्य की दृष्टि से बाहर न निकलना ही बेहतर होगा।

आपके पास स्मार्ट फोन है तो जरूर आरोग्य सेतू एप्प डाउनलोड करे और एक पर्सनल डायरी भी मेनटेन करें जिसमें दिनभर में मुलाकात लेने वाले लोगों का ब्योरा दर्ज करें, भविष्य में यह रिकार्ड आपके लिए मददगार होगा।

रवि आर्य

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