Published On : Tue, Sep 29th, 2020

गोंदिया:रिश्तों का खून ,भाई द्वारा भाई की हत्या

पत्थर से सिर कुचल लाश जंगल में फेंकी ,‌2 साथियों सहित गिरफ्तार

गोंदिया एक घर में , एक छत के नीचे रहते हुए भाई द्वारा रोज-रोज किए जा रहे झगड़े-फसाद से तंग आकर भाई ने ही अपने सगे भाई की हत्या की साजिश रच दी और अपने 2 मित्रों के साथ मिलकर धारदार शस्त्रों से उसकी निर्मम हत्या करते हुए सबूत नष्ट करने तथा पुलिस के जांच की दिशा को भटकाने के उद्देश्य से लाश जंगल के बीच फेंक दी, लेकिन अपराधी कितना ही चालाक और चतूर क्यों न हो, पुलिस के हाथ उसके गिरेबान तक पहुंच ही जाते है, मात्र 24 घंटों के भीतर पुलिस ने अज्ञात युवक के जघन्य हत्याकांड की गुत्थी सुलझाते हुए आरोपी भाई व उसके 2 साथियों को धरदबोचते हुए उन्हें जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है।

Gold Rate
08 Aug 2025
Gold 24 KT ₹ 1,01,800 /-
Gold 22 KT ₹ 94,700/-
Silver/Kg ₹ 1,15,800/-
Platinum ₹ 46,000/-
Recommended rate for Nagpur sarafa Making charges minimum 13% and above

गौरतलब है कि, जिले की नक्सल प्रभावित देवरी तहसील के चिचगड़ थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम कोटजंभोरा रोड के निकट 27 सितंबर रविवार के शाम 4 बजे एक 22 से 25 वर्षीय युवक की लाश कुचली अवस्था पाए जाने के जानकारी गांव के पुलिस पाटिल उमेश कुंवरलाल दुधनाग द्वारा चिचगड़ पुलिस को दी गई थी।

सूचना पर उपविभागीय पुलिस अधिकारी जालिंदर नालकुल, सपोनि अतुल तवाड़े, स्थानिक अपराध शाखा के सपोनि रमेश गर्जे मौके पर पहुंचे।
घटनास्थल पर पड़ी लाश के चेहरे व गर्दन पर हथियारों से वार के निशान थे, चेहरा भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त था जिससे साफ था कि, युवक की हत्या कर लाश जंगल में फेंक दी गई है।

युवक की पहचान न होने से पुलिस के सामने बड़ी चुनौती थी लिहाजा जिला पुलिस अधीक्षक विश्‍व पानसरे ने तत्काल युवक की शिनाख्त और हत्यारों को खोजने के लिए स्थानिक अपराध शाखा, चिचगड़ पुलिस स्टेशन व सालेकसा पुलिस स्टेशन के अधिकारी व कर्मचारियों की 3 टीमों का गठन किया।
जांच के दौरान मृतक युवक देवरी तहसील के हरदोली का निवासी होने की जानकारी पुलिस के हाथ लगी जिसके बाद पुलिस टीम हरदोली पहुंची जहां मृतक युवक की शिनाख्त सोमेश्‍वर उमराज पटले (22 रा. हरदोली त. देवरी) के रूप में हुई।

इस दौरान यह भी बात सामने आई कि, मृतक सोमेश्वर का अपने भाई थमेश्वर के साथ विवाद चल रहा था और घटना के दिन थमेश्वर अपने दो मित्रों के साथ अपने भाई सोमेश्वर इसे किसी स्थान पर ले किया था, जिसके बाद संदेह के आधार पर पुलिस ने हसन ईश्वरदास डोंगरे (२१ रा. हरदौली ) इसे उसी के घर से हिरासत में लिया।

कड़ी पूछताछ में उसने बताया कि , सोमेश्वर यह रोज़ रोज़ थामेश्वर के साथ झगड़ा करता था, जिससे थेमेश्वर तंग आ चुका था, जिसके बाद सारा षड्यंत्र रचा गया और थेमेश्वर के कहने पर हसन डोंगरे यह सोमेश्वर को घर से बुलाकर ले गया और उसे शराब पिलाई तथा बाइक पर बिठाकर कोट जंभोरा परिसर ले गया।

वहां पर शैलेश दीनदयाल बागडे ( 21 रा. सोनारटोला ) और थेमेश्वर यह दोनों भी पहुंचे और तीनों ने मिलकर बड़े पत्थर से सोमेश्वर का सिर कुचल दिया और उसकी निर्मम हत्या कर दी।आरोपी हसन डोंगरे द्वारा गुनाह कबूल किए जाने के बाद पुलिस ने आरोपी शैलेश और मृतक के भाई थमेश्वर को भी हिरासत में ले लिया है।

गिरफ्तार तीनों आरोपियों को प्रथम वर्ग न्याय दंडाधिकारी देवरी की कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें 3 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।

जिला पुलिस अधीक्षक विश्‍व पानसरे, अपर पुलिस अधीक्षक अतुल कुलकर्णी के मार्गदर्शन में उपविभागीय पुलिस अधिकारी जालींदर नालकुल, चिचगड़ थाना प्रभारी अतुल तवाड़े, स्थानिक अपराध शाखा के सहायक पुलिस निरीक्षक रमेश गर्जे, सालेकसा थाने के पुलिस उपनिरीक्षक सुनिल धनवे, एलसीबी के पुलिसकर्मी लिलेंद्रसिंग बैस, गोपाल कापगते, दिक्षीतकुमार दमाहे, रवि जाधव, सुधाकर सहारे, दुर्गादास गंगापारी, कवपालसिंग भाटिया, बिजेंद्र बिसेन, दिपक रहांगडाले, प्रशांत सोनी की टीम ने २४ घंटे के भीतर हत्या कि गुत्थी सुलझाने में सफलता अर्जित की।
रवि आर्य

Advertisement
Advertisement