Published On : Wed, May 13th, 2020

गोंदिया: नमक के कमी की अफवाह फैलाकर कालाबाजारी

Advertisement

पैकेट पर उल्लेखित मूल्य से अधिक दाम वसूले तो होगी कार्रवाई ?

गोंदिया जिले में नमक की कोई कमी नहीं है तथा शासन के गोदामों में भी पर्याप्त मात्रा में नमक का स्टॉक मौजूद है बावजूद इसके शहर से लेकर गांव तक में गत दो-तीन दिनों से चंद लालची तत्वों द्वारा यह अफवाह फैलाई जा रही है कि जिस इलाके से नमक आता है वह एरिया रेड जोन में होने से तथा रेलवे ओर ट्रांसपोर्ट सेवा बंद होने से बाजार में नमक की सप्लाई नहीं होगी ? और इन अफवाहों को सच मानकर गांव के छोटे दुकानदारों ने अब नमक का स्टॉक करना शुरू कर दिया है । आज 13 मई बुधवार को शहर के 3 – 4 थोक नमक कारोबारियों के यहां छोटे और मझोले दुकानदारों की लंबी- लंबी कतारें देखी गई ।

जो दुकानदार एक बोरी नमक लेता है वह 5 नमक बोरी की डिमांड करता देखा गया। दुकानों के बाहर भीड़ का नजारा ऐसा जैसे गोंदिया में नमक का अकाल पड़ गया हो , यह तस्वीरें जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो तरह-तरह के कमैंट्स आने शुरू हो गए।

जिले में नमक का पर्याप्त स्टॉक , अफवाहों का शिकार ना बनें
हालात को काबू में करने तथा नमक की कमी को लेकर फैल रही अफवाहों पर विराम लगाने के लिए जिला प्रशासन भी हरकत में आ गया और जिला सूचना अधिकारी कार्यालय द्वारा बकायदा एक प्रेस नोट जारी कर दी गई। जिला आपूर्ति अधिकारी देवराव वानखेड़े की ओर से जानकारी देते हैं बताया गया है कि जिले में गेहूं ,चावल ,चीनी , तेल, दाल, नमक, पशु आहार सहित सभी जीवन आवश्यक वस्तुओं के पर्याप्त भंडार मौजूद हैं।

जिले मे 23000 किलो नमक का स्टॉक उपलब्ध है ऐसे में नागरिक किसी भी अफवाह का शिकार होने से बचें और दुकानों में नमक खरीदने में जल्दबाजी ना दिखाएं जितना जरूरी हो उतना ही नमक खरीदें।

दुकान सील होगी, जुर्माना लगेगा , जेल जाओगे ?
जिला पूर्ति अधिकारी की ओर से कहा गया है कि जो भी दुकानदार अफवाह फैलाकर नमक की कालाबाजारी करेगा उसके खिलाफ जीवन आवश्यक वस्तु अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी।

सूत्रों की मानें तो जिला पुलिस प्रशासन भी अब हरकत में आ चुका है तथा शहर से लेकर गांव के बाजार तक फैले मुनाफाखोर कारोबारियों के खिलाफ छापामार कार्रवाई संभव है और पकड़े जाने पर जिला प्रशासन ऐसी दुकानों को ना सिर्फ सील कर सकता है बल्कि जुर्माना भी वसूल कर सकता है तथा जुर्म अधिक संगीन होने पर ऐसे लालची तत्वों को जेल के सलाखों के पीछे भी भेज सकता है ?

रवि आर्य