लकड़ी के डंडे और बेल्ट के पट्टे से पीट-पीटकर मार डाला
गोंदिया। सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस हिरासत में मौत को सभ्य समाज में अस्वीकार्य बताया है , हिरासत में हिंसा से मौत की घटना घृणित है तथा कस्टडी में मौत सबसे बुरे अपराधों मे से एक है ।आमगांव थाना कोतवाली की पुलिस कस्टडी में हुई मौत के मामले में 5 आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या, मारपीट और अत्याचार का मुकदमा दर्ज किया गया है।
बता दें कि इस मामले में आमगांव के थाना निरीक्षक समेत 5 को निलंबित किया जा चुका है तथा उनके खिलाफ सीआईडी की विभागीय जांच शुरू की जा चुकी है।
Update at 4 pm : इस प्रकरण में एक पुलिसकर्मी फरार है। 4 पुलिस वालों को सीआईडी ने आमगांव कोर्ट में आज दोपहर 2:00 बजे के बाद पेश किया। अदालत ने 5 दिन पुलिस रिमांड स्वीकार करते हुए 2 जून तक इन्हें पुलिस हिरासत में भेजा है।
गुरुवार 27 मई को राज्य गुन्हे अन्वेषण विभाग , गोंदिया पथक के फरियादी पुलिस निरीक्षक विनोद बालकृष्ण वाकड़े की शिकायत पर निलंबित थानेदार सुभाष चौहान ( 41) सहायक पुलिस निरीक्षक महावीर जाधव (40) चालक पुलिस हवलदार खेमराज खोबरागड़े (52) पुलिस सिपाही अरुण उके (33) और पुलिस सिपाही दत्तात्रेय कांबड़े (33) के खिलाफ भादंवि 302 , 330, 34 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
गौरतलब है कि आमगांव के कुम्भारटोली निवासी 4 आरोपियों को जिला परिषद स्कूलों से शैक्षणिक इलेक्ट्रॉनिक साहित्य चोरी के केस में लोकल क्राइम ब्रांच पुलिस टीम ने डिटेन किया था , तथा एक आरोपी नाबालिग होने से उसे घर छुड़वा दिया गया और तीन आरोपी राजकुमार अभय कुमार (30) सुरेश धनराज राऊत (21) राजकुमार गोपीचंद मरकाम (22) इन्हें 21 मई रात 9:00 बजे आमगांव पुलिस के सुपुर्द किया गया जहां उन पर चोरी की धारा 457,380,34 के तहत जुर्म दर्ज किया गया था,
इसी बीच 22 मई के तड़के राजकुमार अभय कुमार नामक आरोपी की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई उसके पीठ , पैर के पंजे , कनपट , हाथ , कान और गर्दन मैं गंभीर चोट के निशान थे उसे सुबह 5:00 बजे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया आमगांव ग्रामीण अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
आरोपी की पुलिस कस्टडी में हुई मौत के बाद जमकर बवाल मचा,
घटनास्थल आमगांव थाने को डीआईजी सहित पुलिस अधीक्षक विश्व पानसरे , पुलिस अधीक्षक सीआईडी नागपुर , अप्पर पुलिस अधीक्षक देवरी , उपविभागीय पोलीस अधिकारी आमगांव ने भेंट दी और पब्लिक के गुस्से को शांत करने का प्रयास करते मामले की जांच तेज कर दी।
सीआईडी ने सबूत जुटाने के शुरुआती महत्वपूर्ण चरणों में जैसे कि पोस्टमार्टम , लॉकअप में बंद अन्य आरोपियों से पूछताछ , सरकारी रजिस्टर रिकॉर्ड में हेरफेर आदि साक्ष्य जुटाए तथा घटनाओं का तरीका , उसका क्रमवार ब्योरा , इंटेरोगेशन दौरान जिस वजह से मौत हुई यह सारे साक्ष्य जुटाए , जिसके बाद अब 5 पुलिस कर्मियों पर हत्या का जुर्म दर्ज किया गया हैं।
दर्ज रिपोर्ट में कहा गया है कि घटना 21 मई रात 9:00 से 22 मई सुबह 5:00 बजे के दौरान आमगांव थाना कोतवाली लॉकअप में घटित हुई चोरी के सामान को जब्त करने के प्रयास में लॉकअप में बंद तीनों आरोपियों को लकड़ी के डंडे और बेल्ट के पट्टे से पीटा गया और घायल कर दिया गया इस बेदम पिटाई में राजकुमार अभय कुमार की पीठ , पैर , हाथ , कनपट, कान और गर्दन पर चोट लगने से मौत हो गई , जबकि दो अन्य आरोपी जख्मी हो गए।
मामले की आगे की जांच राज्य गुन्हे अन्वेषण विभाग के पुलिस निरीक्षक चंद्रकांत सूर्यवंशी कर रहे हैं।
रवि आर्य