गोंदिया। घने जंगलों से घिरा गोंदिया जिला इन दिनों दहशत के साए में है , महज चार दिन पहले ही अर्जुनी मोरगांव तहसील के संजयनगर (बंगाली कैम्प) में तेंदुए ने 5 वर्षीय मासूम को अपना निवाला बनाया था और अब 28 सितंबर की आधी रात को एक और खौफनाक वारदात ने पूरे इलाके को सन्न कर दिया।
गोंदिया जिले के देवरी तहसील के ग्राम धमदीटोला में रात को गहरी नींद में खाट पर सो रही 49 वर्षीय प्रभाबाई शंकर कोराम पर बाघ ने झपट्टा मारा।
ब्लैंकेट और मच्छरदानी समेत महिला को घसीटते हुए खेत में ले गया और वहां मौत के घाट उतार दिया
खून से लथपथ शव देख चीख पड़ीं बेटियां
सुबह जब परिजनों की नींद टूटी तो खबर दिल दहला देने वाली थी , खेत में प्रभाबाई का शव खून से सना पड़ा था जिसे देख बेटियों की चीख निकल गई और
गांव में अफरा-तफरी मच गई,
अफरातफरी के बीच घटना की जानकारी आग की तरह फैली और देखते ही देखते सैकड़ों ग्रामीण मौके पर जुट गए।
गुस्से से तिलमिलाए ग्रामीणों ने वन कर्मियों को घेरा
वनविभाग की टीम मौके पर पहुंची, पंचनामा शुरू किया… लेकिन इसी दौरान गुस्से से तिलमिलाए ग्रामीणों ने वनकर्मियों को घेरकर कड़ा विरोध जताया।
बता दें कि गोंदिया के ग्रामीण इलाकों में आदमखोर वन्यप्राणियों के हमले थमने का नाम नहीं ले रहे।
चार दिन पहले ही संजयनगर (बंगाली कैम्प) क्षेत्र में 5 वर्षीय मासूम को तेंदुए ने मार डाला।
अब आधी रात को खेत किनारे बसे गांव धमदीटोला में बाघ ने महिला को मौत के घाट उतार दिया ऐसे में गांव वालों का वन विभाग से सवाल लाजिमी है- कभी तेंदुआ, कभी बाघ… आखिर कब तक इंसान ही शिकार बनता रहेगा?
गांववालों ने वन विभाग को घेरकर अपना गुस्सा निकाला उनका आरोप है कि बार-बार हो रहे हमलों पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा।
अब ग्रामीणों ने साफ चेतावनी दी है कि अगर तुरंत समाधान नहीं निकाला गया तो तीव्र आंदोलन किया जाएगा।
हर रात एक नई लाश , दहशत का जन्म
बताया जाता है कि महिला प्रभाबाई पिछले एक महीने से बेटी के प्रसव के लिए धमदीटोला में रह रही थी।
परिवार के लोग खाना खाकर सोए थे, तभी आधी रात बाघ ने हमला किया।
घटित वारदात के बाद पूरे गांव में दहशत का माहौल है, लोग अब घरों के बाहर सोने से डरने लगे हैं , नतीजा साफ है गोंदिया का जंगल अब इंसानों के लिए खौफ की गुफा बन गया है ऐसे में
ग्रामीण पूछ रहे हैं -क्या वन विभाग नींद से जागेगा या फिर हर रात एक नई लाश की दहशत जन्म लेगी ?
रवि आर्य