गोंदिया: गरबा एक लोक नृत्य है जो नवरात्रि से जुड़ा है इस दौरान रास गरबा का आयोजन पुरानी परंपरा है , गोंदिया में भी रास गरबा की धूम शुरू हो गई है।
अभी तक आपने गरबा डांडियों के सहारे खेलते हुए दिखा होगा लेकिन गोंदिया में महिलाएं व किशोरियों काष्ट ( लकड़ी ) की तलवार से डांडिया खेलती दिखाई दे रहीं है ।
बता दें कि विगत 21 वर्षों से विश्व हिंदू परिषद , बजरंग दल , मातृशक्ति व दुर्गा वाहिनी संगठन की ओर से सुभाष गार्डन के निकट ग्राउंड पर सामाजिक , धार्मिक आस्था का सम्मान रखने के लिए जाति पाती से ऊपर उठकर गरबा का आयोजन किया जाता है।
दरअसल मातृशक्ति और दुर्गा वाहिनी से जुड़ी बहनें इतनी सशक्त हो चुकी है कि अब तलवार से डांडिया खेल कर अपने पराक्रम और शौर्य का परिचय दे रहीं है।
घूमी 360 डिग्री तलवार , दंग रह गए दर्शक
विहिप जिला उपाध्यक्षा वंदना पाठक तथा दुर्गा वाहिनी की विभाग संयोजिका रीता अरोरा ने नागपुर टुडे से बात करते कहा-गरबा केवल नृत्य नहीं बल्कि देवी की उपासना है का पर्व है , मातृशक्ति को सामर्थ्यवान बनाने का संकल्प लेते हुए उन्हें आत्मरक्षा के लिए प्रशिक्षित किया जाता है , महिलाएं अपने सम्मान की रक्षा के लिए कभी भी तलवार उठा सकती है यह आत्मविश्वास जगाने का एक प्रयास है।
पारंपरिक वेशभूषा में सजी महिलाएं धार्मिक गीतों के धुनों पर नृत्य करते हुए 360 डिग्री तलवार को एक हाथ से घूमते हुए नारी शक्ति के महत्व को स्थापित कर रहीं है।
बता दे कि दर्शकों ने भी इस अनूठे आयोजन की सराहना करते हुए कहा- महिला संस्कृति की संरक्षक होने के साथ-साथ अपनी सुरक्षा की प्रहरी भी है।
माथे पर तिलक लगा कर , गरबा देखने के लिए प्रवेश
कार्यक्रम का शुभारंभ प्रमुख अतिथि सविता विनोद अग्रवाल के हस्ते माता रानी के तैल चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन के साथ किया गया।
इस अवसर पर विधायक विनोद अग्रवाल की धर्मपत्नी सविता अग्रवाल ने महिलाओं और किशोरियों के साथ मैदान में रास गरबा खेलकर उनका उत्साह बढ़ाया।
मंचासीन उपस्थित अतिथि विहिप पूर्व जिलाध्यक्ष मनोज मेंढे , पत्रकार- रवि आर्य , जयंत शुक्ला , राजन चौबे , विहिप बजरंग दल पदाधिकारी सुधीर ब्राह्मणकर , सुनील गोहड़े , सुभाष पटले ने अपने समायोचित विचार व्यक्त किया , मंच संचालन ज्योत्सना कोरे ने किया , गरबा आयोजन के सफलतार्थ दुर्गा वाहिनी संयोजिका मनीषा कटरे , सह संयोजिका- पलक सोनवाने , नगर संयोजिका- आरती सरई आदि प्रयासरत हैं।
विशेष उल्लेखनीय कि गरबा खेलने से पहले 15 दोनों का बहनों को प्रशिक्षण दिया गया जिसके बाद उन्हें निशुल्क गरबा खेलने हेतु कार्ड वितरण किए गए ।
माता बहनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से प्रवेश के वक्त गरबा खेलने वाली बहनों के पहचान पत्र की जांच हो रही है।
बजरंग दल के कार्यकर्ता गरबा पंडाल में नजर रखे हुए हैं तथा नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए प्रवेश द्वार पर लोगों के माथे पर तिलक लगाया जा रहा है ।
रवि आर्य