Published On : Mon, Apr 29th, 2019

गोंदिया – 305 ने स्वेच्छा से किया रक्तदान

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गोंदिया: हमारे द्वारा किया गया रक्तदान कई जिंदगीयों को बचाता है, इसका एहसास हमें तब होता है, जब हमारा कोई अपना जिंदगी और मौत से जद्दोजहद कर रहा होता है।

अनायास दुर्घटना या बीमारी का शिकार हम में से कोई भी हो सकता है? तो क्यों न हम रक्तदान जैसे पुनित कार्य में अपना हाथ बढ़ा कर लोगों को जीवनदान दें।

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संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा रविवार 28 अप्रैल को संत निरंकारी भवन में भव्य रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इसमें 245 पुरूष तथा 60 महिलाओं इस तरह कुल रक्तदाताओं ने स्वेच्छा व स्वयंस्फूर्ति से रक्तदान किया। वहीं 27 इच्छुक रक्तदाताओँ का हिमोग्लोबिन कम होने व अन्य स्वास्थ कारणों की वजह से वे अस्वीकृत किए गए।

जिला ब्लड बैंक द्वारा निरंकारी भवन के संयोजक महात्मा श्री किशन तोलानी को इस मानव सेवा के लिए स्मृतिचिन्ह व प्रशस्तीपत्र अतिथीयों के हस्ते प्रदान किया गया।

रक्तदान कई जिंदगियों को बचाता है- जिलाधीश

शिविर का उद्घाटन मा. जिलाधिकारी डॉ. कादंबरी बलकवड़े के शुभ हस्ते किया गया। इस अवसर पर उन्होंने अपना मनोगत व्यक्त करते कहा- रक्तदान का फायदा ज्यादा से ज्यादा मरीजों को हो, तद्हेतु 1986 से निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा विश्‍वभर में 6036 रक्तदान शिविरोंके माध्यम से 10 लाख 36 हजार 560 युनिट का सहयोग दिया गया है। अगर यह आंकड़े लाईफ सेविंग में गए तो न जाने कितनी जिंदगियां बच गई होगी? इसलिए इसको महादान कहा जाता है और जिसकी आप मदद करते है, वह मरीज आपको इस सेवा के लिए जिंदगी भर नहीं भूलता।

एक-एक बूंद रक्त का है महत्व- पुलिस अधीक्षक

कार्यक्रम की अध्यक्षता मा. जिला पुलिस अधीक्षक विनीता साहू मैडम ने की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा- आज के जमाने में लोग क्रोध करते है, इस क्रोध की वजह से क्राईम बढ़ता है? लेकिन निरंकारी मिशन ने इसे पॉजेटिव स्प्रीट में लिया तथा रक्तदान के प्रति जनजागृति निर्माण कर एक आंदोलन खड़ा किया जिसकी सोसायटी को जरूरत थी। समाज में इस तरह के आयोजन आज बहुत जरूरी है।

सिकल सेल से पीड़ित बच्चों को बार-बार रक्त चढ़ता है, इसलिए आपके द्वारा डोनेट किए गए एक-एक बूंद रक्त का बहुत महत्व होता है। गर्मी के सीजन में लोग घर से निकलना पसंद नहीं करते, बावजूद इसके इतनी बड़ी संख्या में इस शिबिर में स्वयंस्फूर्ति से लोगों का ब्लॅड देने हेतु पहुंचना निश्‍चित ही एक सराहनीय पहल है।

नरसेवा ही, नारायण सेवा – किशन नागदेवे
कार्यक्रम के प्रमुख अतिथी वड़सा के जोनल इंचार्ज किशन नागदेवे ने अपने विचारों में कहा- जब तक हम मानव सेवा के प्रति समर्पित नहीं होंगे, सुख, शांति और समाधान हमारे जीवन में नहीं आयेगा? चंद्रपुर, भंडारा, गोंदिया, गडचिरोली में 13 रक्तदान शिविर लगाए गए और 1598 युनिट रक्त संग्रह हुआ। गर्मी के दिनों में जिले के अस्पतालों में रक्क की कमी होती है, जिसे पुरा करने के लिए हमने गर्मी के दिनोें में एैसे रक्तदान शिविर लेने का निर्णय लिया है। ईश्‍वर की सेवा करना है तो नरसेवा, यही नारायण सेवा है।

मंचासीन गणमान्य अतिथीयों का पुष्पगुच्छ देकर सत्कार, महिला सेवादल संचालिका-अंजू छत्तानी, ब्रांच शिक्षिका- तोषिका शेड़के, बहन-चंदा खटवानी, पत्रकार-रवि आर्य द्वारा किया गया। कार्यक्रम का संचालन महात्मा सुमित डेम्बानी ने किया तथा आभार प्रदर्शन का दायित्व संयोजक महात्मा किशन तोलानी ने निभाया। रक्तदान शिविर में गोंदिया ब्लड बैंक के अधिकारी डॉ. सुवर्णा हुबेकर, डॉ. स्मिता गेडाम, टेक्नीशियन-अनिल गोंडाने व उनकी टीम ने अपनी सेवाएं प्रदान की। विशेष उल्लेखनीय है कि, युवा वर्ग को रक्तदान हेतु प्रेरित करने के लिए इस वर्ष सेल्फी पाइंट भी बनाया गया था।

– रवि आर्य

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