Published On : Sat, Aug 7th, 2021

युवती का अपहरण कर मांगी 30 लाख की फिरौती

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नागपुर. शुक्रवार की सुबह चंदन नगर में अचानक पुलिसवालों का हुजूम कलमना बाजार के बड़े सब्जी व्यापारी मूलचंद देवतले के घर पहुंचा. पता चला कि देवतले की 19 वर्षीय बेटी वैशाली (बदला हुआ नाम) का अपहरण हो गया है. अपहरणकर्ताओं ने 30 लाख रुपये की फिरौती भी मांगी है. लेकिन चंद घंटों बाद पूरा नजारा ही बदल गया. पुलिस एक्टिव होते ही अपहरणकर्ता ने युवती को सक्करदरा परिसर में छोड़ दिया. यहां से वैशाली ने अपने घर कॉल किया.

इसके बाद पुलिस वैशाली द्वारा बताई जगह पर पहुंची और उसे लाकर घरवालों के सुपुर्द कर दिया. लेकिन यह पूरा मामला पुलिस को हजम नहीं हुआ. इसलिए घर छोड़ने के बाद पुलिस ने 2 आरोपियों ऋषिकेश किशोर कोरके (21) और चिपू भाऊराव चव्हाण (21) को हिरासत में लिया. सूत्रों की मानें तो ऋषिकेश और वैशाली का घर आसपास ही है. दोनों के बीच कई सालों से प्रेम संबंध है. वहीं, चिकू मूलत: उमरेड का रहने वाला है और यहां रहकर पढ़ाई कर रहा है. वैशाली मेडिकल में एडमिशन के लिए नीट की तैयारी कर रही है. ऋषिकेश भी संभ्रात परिवार से है. उसके पिता का गणेशपेठ में होटल है. पुलिस ने देररात तक इसमें कोई मामला दर्ज नहीं किया है.

पुलिस को बताई यह कहानी
पुलिस को इस मामले में जो कहानी बताई गई उसके अनुसार वैशाली सुबह 6 बजे अपने कुत्ते घुमाने के लिए घर से निकली थी. सड़क किनारे जब वो अपने कुत्ते को घुमा रही थी तभी एक काले रंग की महंगी कार अचानक उसके पास रुकी. जब तक वह संभलती तब तक कार से 2 युवक उतरे. उन्होंने वैशाली के मुंह कपड़े से ढक कर गाड़ी में बैठा लिया. दोनों उसे पहले फुटाला तालाब ले गये, फिर वहां से सेमिनरी हिल्स पहुंचे. करीब 7.30 बजे मूलचंद को एक अज्ञात नंबर से कॉल आया. उन्हें बताया कि उनकी बेटी को किडनैप कर लिया गया है. यदि उसे जिंदा देखना है तो 30 लाख रुपये का इंतजाम करके रखें.

फिर आया कहानी में नया ट्विस्ट
जानकारी मिलते ही सबसे पहले पुलिस ने उस नंबर को सर्विलांस पर डाला जिससे फिरौती के लिए मूलचंद को कॉल आया था. पता चला कि कॉल सेमिनरी हिल्स परिसर से था. इसी बीच कहानी में नया ट्विस्ट आया. करीब 9.30 बजे मूलचंद को एक अज्ञात नंबर से कॉल आया. जिसमें उनकी बेटी ने बताया कि अपहरणकर्ता उसे सक्करदरा में बॉलीवुड प्वाइंट पर छोड़कर भाग गये हैं. वैशाली के अनुसार उसने किसी सब्जी वाले से मोबाइल लेकर घर कॉल किया.

दोस्त की कार का उपयोग
पुलिस ने युवती द्वारा बनाई कहानी पर विश्वास न करते हुए दूसरे एंगल से मामले की पड़ताल की. उसकी समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर 30 लाख की फिरौती मांगने के बाद अचानक आरोपियों ने युवती को छोड़ क्यों दिया? पुलिस ने जो मोबाइल सर्विलांस पर डाला उसकी मदद से ताजबाग परिसर से ऋषिकेश और चिपू को पकड़ा. छानबीन करने पर पता चला कि यह गाड़ी ऋषिकेश के दोस्त इमरान ने दिलाई थी. लेकिन उसे पता नहीं था कि इसका इस्तेमाल अपहरण में होगा.

प्रेम संबंध और महंगे शौक
सूत्रों से पता चला कि मामले का मुख्य आरोपी ऋषिकेश है. मोहल्ले वालों के अनुसार दोनों के बीच प्रेम संबंध के बारे में घर वालों पता था. वे इसके विरोध में थे. ऋषिकेश को सट्टे के साथ और कई महंगे शौक है. इसके चलते वो कर्जबाजारी था. अपना कर्जा उतारने के लिए उसने युवती के साथ उसके अपहरण की साजिश रची. लेकिन एनवक्त पर पुलिस के हस्तक्षेप के कारण पूरा प्लान फेल हो गया.