Published On : Sun, Jun 23rd, 2019

गरीब मजदूरों की जिंदगी का कोई मोल नहीं..!

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गोंदियाः रेल पटरियों के बीच भूमिगत पाइप लाइन बिछाते वक्त घटा हादसा

गोंदिया: इसे विडंबना नहीं तो ओर क्या कहें कि, यहां आम और खास में बड़ा फर्क होता है? किसी नेता को अगर खाँसी हो जाए या किसी अभिनेता को खरोंच जा आए तो वह खबर बड़ी खबर बन जाती है लेकिन किसी कन्स्ट्रक्शन साइड पर ठेकेदार की लापरवाही के चलते गरीब मजदूरों की मौत हो जाए तो उस हादसे को दबाने के लिए ठेकेदार, पुलिस और अधिकारियों का गठजोड़ एकसाथ मशनरी की तरह काम पर लग जाता है तो एैसे में क्यूं न कहें कि, क्या गरीब मजदूरों की जिंदगी का कोई मोल नहीं..?

हृदयविदारक घटना गोंदिया रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म क्र. 3 के सिग्नल कैबिन के (पोल क्र. 1000/35 ए) के समीप 23 जून रविवार शाम 4.30 बजे उस वक्त घटित हुई जब रेलवे क्विक वॉटरिंग वर्क का काम चल रहा था तथा ट्रैक के भीतर 5 फिट चौड़ा व 7 फिट गहरा गड्ढा खोदकर उसकी मिट्टी निकालकर ढेर के रूप में आसपास रखी गई थी तथा पटरियों के बीचों-बीच सीमेंट पाइप की लाइन बिछायी जा रही थी। इस दौरान पास की ट्रैक से लगातार ट्रेनों का आना-जाना जारी था जिसकी कम्पन (वायब्रेट) की वजह से टीले के रूप में रखी गई मिट्टी का ढेर ढंस गया और पटरियों के नीचे बैठकर सीमेंट वॉटर पाइप लाइन फिट कर रहे 4 मजदूरों पर मिट्टी का टीला गिरने से वे दब गए।

हादसे की जानकारी मिलते ही मौके पर रेलवे जीआरपी, आरपीएफ पुलिस और कन्स्ट्रक्शन कम्पनी के मजदूर पहुंचे तथा मिट्टी के भीतर दबे मजदूरों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया लेकिन 2 मजदूर- राजेश देवलाल शरणागत (33, रा. सिवनी पो. दासगांव त. गोंदिया), ओंकार पंधरवार (35, रा. सिवनी पो. दासगांव त. गोंदिया) की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दिपेश बाबुलाल सहारे (25 रा. गिरोला पो. दासगांव त. गोंदिया) नामक मजदूर गंभीर जख्मी हो गया है जिसका उपचार जिला केटीएस अस्पताल में जारी है जहां उसकी स्थिती चिंताजनक बनी हुई है।
एक माह से चल रहा है अंडर ग्राऊंड वॉटरिंग पाइप लाइन बिछाने का काम

पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारीनुसार, गोंदिया रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म क्र. 6 स्थित मुख्य पानी टंकी से प्लेटफार्म क्र. 1 तक रेल पटरियों के बीचों-बीच अंडरग्राऊंड वॉटर पाइप लाइन बिछाने का काम चल रहा है। इस पानी का इस्तेमाल ट्रेन की बोगी (बाथरूम) में पानी की सप्लाय करने के लिए होना है। रेलवे क्विक वॉटरिंग का वर्क आर्डर गोंदिया के भगवती कन्स्ट्रक्शन कम्पनी के ठेकेदार घनश्याम परमार को दिया गया है। गत एक माह से अधिक वक्त से यह काम चल रहा था।

हादसे के वक्त घटनास्थल पर ट्रैक के बीच में पाइप लाइन बिछाने का काम 4 मजदूर कर रहे थे। पास की पटरियों से लगातार वायब्रेट (कम्पन) होने की वजह से मिट्टी का ढेर गिरा और यह हादसा घटित हुआ? एैसी संभावना व्यक्त की जा रही है। बहरहाल मृतक मजदूरों के शव का स्पॉट पंचनामा करने के बाद लाश पोस्टमार्टम हेतु जिला अस्पताल भेजी गई है। इस प्रकरण के संदर्भ में जीआरपी पुलिस, मामला दर्ज कर तफतीश शुरू कर दी है।

 

 

 

 

 

 

 

रवि आर्य