नागपुर – दो दिन बाद महाराष्ट्र के आराध्य देव गणेश जी का आगमन होगा। राज्य के सबसे बड़े उत्सव को मानाने के लिए बाप्पा के भक्त बेसब्र है। नागपुर में भी गणेशोत्सव धूम धाम से मनाया जाता है लेकिन इस बार उत्साह में शहर में शुरू विकास कार्य व्यवधान डाल रहे है। शहर भर में शुरू मेट्रो,सड़क निर्माण और अन्य कामों की वजह से विभिन्न गणेश मंडलों के उत्साह में भी कमी आ रही है जिससे कई सार्वजनिक गणेश मंडल अधिक साज सजावट से बचते दिखाई दे रहे है। सार्वजनिक गणेश मंडल शहर के मुख्य मार्गों में गणेश मूर्तियाँ विराजित करते है। 10 दिनों तक चलने वाले इस उत्सव के दौरान विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन होता है। मंडलों के बीच सजावट को लेकर स्पर्धा भी होती है। इसलिए अपनी तैयारियों को आकर्षक बनाने की स्पर्धा भी देखी जाती है।
उत्सव के दौरान आम नागरिकों के लिए मंडलो में भ्रमण दर्शनों के लिए जाना आस्था के साथ पिकनिक मानाने का भी तरीका है। आम तौर पर प्रसिद्ध मंडलों में भारी भीड़ जुटती है लेकिन इस बार खुद मंडलों के प्रतिनिधियों को भी लग रहा है की शहर में शुरू काम इस बार गणेशोत्सव में भक्तों के उत्साह को कम कर देंगे। रही कसी कसर शहर की चकाचक सड़के पूरा कर रही है जिसमे निकलने से जनता वैसे ही परहेज कर रही है। गणेशोत्सव को देखते हुए मनपा ने तीन दिन पहले तेजी दिखाते हुए शहर में विभिन्न विकास कामों को अंजाम दे रही एजेंसियों को उत्सव से पहले पहल सड़क के गड्ढों को बुझाने का आदेश दिया है।
मेट्रो के काम की वजह से सड़क सकरी हो गई है। ऐसे में उन सार्वजनिक गणेश मंडलों के सामने चुनौती अधिक बड़ी है जो मेट्रो के निर्माणकार्य रूट पर अपने गणेश को विराजते है। इस पर जिम्मेदारी यह भी रहेगी की वो सड़क यातायात को भी सुचारु रखे। हालाँकि मेट्रो ने ऐसे मंडलों को अपनी तरफ से हर संभव मदत का भरोसा दिलाया है। मेट्रो प्रशासन के मुताबिक उनके द्वारा उनकी वजह से सड़कों पर हुए गड्ढों को भी बुझा दिया जायेगा।
