Published On : Mon, Jun 10th, 2019

सरकार नहीं सूखे से निपटने को लेकर गंभीर, किसानों के साथ सड़क पर उतरकर करेंगे उग्र आंदोलन : राजू शेट्टी

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नागपुर: महाराष्ट्र में सूखे की स्थिति विकराल रूप ले चुकी है, परिस्थिति गंभीर है. लेकिन राज्य सरकार इस परिस्थिति को लेकर गंभीर नहीं है. जानवरों के लिए बनी चारा छावनियों की स्थित और ज्यादा खराब है. इन्हें अनुदान लेट मिलने की वजह से जानवरो के लिए चारे की व्यवस्था नहीं हो रही है. पानी की किल्लत में टैंकर माफियाओं ने कई जगहों पर आतंक मचा रखा है. गांव के लोग सूखे के कारण स्थलांतरण कर रहे है. सरकार केवल सूखे पर पर्यटन कर रही है. महाराष्ट्र सरकार पर यह आरोप स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के अध्यक्ष राजू शेट्टी ने लगाया. वे सोमवार को रविभवन में आयोजित पत्र परिषद में बोल रहे थे. इस दौरान उन्होंने सरकार पर जमकर हमला बोला.

उन्होंने कहा कि राज्य सूखे की स्थिति से परेशान है और राज्य सरकार आचार सहिंता का बहाना बनाकर केवल देखने का काम कर रही है. चुनाव समाप्त हुए महीने भर के करीब हो चूका है. लेकिन अभी भी सरकार की ओर से विजय जल्लोष मनाया जा रहा है. सरकारी अधिकारियो की कार्यप्रणाली पर सरकार पर कोई ऊँगली न उठाए इसके लिए कलम 353 शुरू की गई है. अब कोई भी नागरिक तलाठी, ग्रामसेवक या फिर अधिकारियों से काम के बारे जानकारी नहीं मांग सकता. सरकार ने विरोधियो और किसानों की आवाज उठानेवालों के खिलाफ दमनकारी नीति अपनाई है. लेकिन बावजूद इसके उनका संगठन किसानों को न्याय देने के लिए सड़क पर उतरकर आंदोलन करेगा. मॉनसून से पहले जो बारिश आती है वह केवल 30 प्रतिशत ही आई है.

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शेट्टी ने कहा कि किसानों की समस्या जानने के लिए वे अभी विदर्भ और मराठवाड़ा के दौरे पर है. उन्होंने कहा कि भले ही वे देर से पहुंचे है लेकिन कार्यकर्ता काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ज्यादातर शक्कर कारखाने भाजपा और शिवसेना के हैं. लेकिन यह कारखानेदार किसानों को पैसे नहीं दे रहे हैं. एफआरपी वसूलने का काम भी संगठन के कारण ही संभव हो सका है. केंद्र सरकार को यहां की समस्या बताने में राज्य सरकार नाकाम साबित हो रही है.

उन्होंने ईवीएम पर सवाल उठाते हुए कहा कि राजनैतिक और सामान्य लोगों को भी विश्वास नहीं हो रहा है ईवीएम पर. उन्होंने कहा कि शुरुआत में सभी विरोधक आगे थे उसके बाद भाजपा के रुझान आगे चले गए. उन्होंने कहा कि एक विशेष प्रमाण में भाजपा के वोट बढ़े है. वोट सेट करने की बात उन्होंने कही है. उन्होंने बताया कि 250 से ज्यादा मतदान क्षेत्रों में मतगणना और मतदान में अंतर पाया गया है. स्वच्छ और पारदर्शक मतदान करने की जिम्मेदारी चुनाव आयोग की है. तभी चुनाव पर लोगों का विश्वास बना रहेगा. उन्होंने कहा कि भाजपा के खिलाफ सभी विरोधी पार्टियों को वे इकठ्ठा करेंगे. उन्होंने चुनाव आयोग से मतदान केन्द्रो पर वायफाय की शिकायत की है. शेट्टी ने मांग की है कीं ईवीएम की बजाए बैलेट पेपर से मतदान कराना चाहिए

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