वर्धा। न्यायालय से निर्दोष छूटे आरोपी के खिलाफ वरिष्ठ न्यायालय में अपील नहीं करने के लिए 4 हजार रूपयों की रिश्वत लेते हुए एसीबी वर्धा दल ने सहायक सरकारी वकील भावना जगताप उर्फ भावना उमक को रंगेहाथ गिरफ्तार किया.
प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्धा शहर थाने में 294, 506 के तहत एक मामला दाखिल था. पुलिस जांच के बाद यह मामला न्यायप्रविष्ट किया गया. इस मामले सभी न्यायालयीन कार्रवाई के बाद आरोपी को न्यायालय ने निर्दोष मुक्त कर दिया था. इस मामले में फरियादी की सरकारी वकील के रूप में सहायक सरकारी वकील भावना जगताप काम देख रही थीं. न्यायालय द्वारा आरोपी निर्दोष घोषित करने के बाद भावना जगताप ने आरोपी से न्यायालय के निर्णय के खिलाफ वरिष्ठ कोर्ट में नहीं जाने के लिए 5 हजार रुपयों की रिश्वत मांगी थी.
आखिर यह मामला 4 हजार रुपए में तय हुआ. लेकिन कोर्टद्वारा निर्दोष करार दिए गए व्यक्ति ने एड. भावना जगताप के खिलाफ एसीबी में शिकायत दर्ज करा दी. शिकायत के आधार पर एसीबी ने जाल बिछाया. इसके तहत परियादी चार हजार रुपए लेकर एड. भावना जगताप के बैचलर रोड स्थित उनके निवास पर गया. जहां भावना जगताप को रिश्वत लेते हुए एसीबी ने रंगेहाथ गिरफ्तार किया.
यह कार्रवाई एसीबी के उपअधीक्षक अनिल लोखंडे के मार्गदर्शन में वर्धाएसीबी की टीम ने की गई.