Published On : Thu, Jan 31st, 2019

फ़रवरी अंत तक मेट्रो के फेज़ 1 और तीन का काम हो जायेगा पूरा – बृजेश दीक्षित

नागपुर: आगामी लोकसभा चुनाव से पहले क्या नागपुर मेट्रो पटरी पर दौड़ने लगेगी? इस बारे में उठ रहे सवालों के बीच महा मेट्रो के प्रबंध निदेशक बृजेश दीक्षित ने दावा किया है कि हर हाल में फ़रवरी माह के ख़त्म होने तक 19 किलोमीटर का रूट पूरी तरह तैयार हो जायेगा। गुरुवार को नागपुर मेट्रो परियोजना के तहत नवनिर्मित एयरपोर्ट साऊथ स्टेशन में पत्रकारों से बात करते हुए दीक्षित ने कहाँ कि हमने परियोजना के जुड़े कामों को पूर्ण करने के लिए एक तय समयवधि बनाई है और उसी हिसाब से काम शुरू है। परियोजना के फेज़ 1 खापरी से बर्डी तक के 13 किलोमीटर और फेज़ 3 के जयप्रकाश नगर से सुभाष नगर के बीच 6 किलोमीटर के रूट को पूरा कर लिया जायेगा। इन रूटों पर आने वाले 8 स्टेशनों खापरी,न्यू एयरपोर्ट,एयरपोर्ट साऊथ,जयप्रकाश नगर,बर्डी,लोकमान्य नगर और सुभाष नगर का काम भी पूरा हो जायेगा। इस रूट के पूर्ण हो जाने के बाद हमारी प्राथमिकता सुभाष नगर से बर्डी को कनेक्ट करने वाले रूट को जल्द पूरा करने की होगी।

दीक्षित ने यह भी बताया कि स्टेशन और मेट्रो के ट्रैक को लेकर नागपुर परियोजना में इस तरह से काम किया जा रहा है जिससे इन दोनों कामों की आपसी निर्भरता न रहे। यानि कि जिस तकनीक और डिजाईन से काम किया जा रहा है उसमे आवश्यक नहीं कि ट्रेन को चलने के लिए स्टेशन का काम पूरा होने की जरुरत हो। पत्रकारों ने दीक्षित से यह भी सवाल किया कि क्या आगामी चुनाव को देखते हुए परियोजना को शुरू करने के लिए काम को तेज गति से करने का दबाव महा मेट्रो पर है ? इसके जवाब में उन्होंने कहाँ कि ऐसा नहीं है की उद्घटान के दबाव में काम जल्द करने का प्रयास किया जा रहा हो हमने एक तय डेडलाईन सुनिश्चित की है पहले फेज़ का काम फ़रवरी 2019 में पूरा हो जाना है हम उसी दिशा में बढ़ रहे है। यह प्रोजेक्ट और केंद्र-राज्य सरकारों की 50-50 फीसदी भागेदारी से पूरा हो रहा है। हम काम करके दे देंगे इसके बाद यह राज्य सरकार को तय करना है कि इसे काम शुरू करना है। उन्हें इसके उद्घाटन के समय को लेकर कोई जानकारी नहीं है उद्घाटन कब और कौन करेंगे इसका फ़ैसला राज्य सरकार को लेना है।

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ट्रेन का एक कोच “नारी शक्ति कोच” महिलाओं के लिए आरक्षित
दीक्षित ने बताया की तीन डब्बों की एक ट्रेन में एक डिब्बा पूरी तरह से महिलाओं के लिए आरक्षित रहेगा। इस डिब्बे को नारी शक्ति कोच नाम दिया गया है। एक डिब्बे में जितने यात्रियों की क्षमता है उसके अनुसार हम एक ट्रेन में महिलाओं को 33 फ़ीसदी जगह उपलब्ध करा कर देंगे। इस ट्रेन में अगर कोई पुरुष प्रवेश करता है तो उसके लिए दंड का प्रावधान होगा। डिब्बे के बाहरी और आतंरिक हिस्से में महिला यात्री के आरक्षण की जानकारी होगी। साथ ही प्लेटफॉर्म में भी इस बारे में सूचना प्रकाशित रहेगी। एक मेट्रो ट्रेन में 33 फीसदी जगह उपलब्ध करा कर देने का यह पहला प्रयोग सिर्फ नागपुर में हो रहा है। वर्त्तमान में देश में किसी भी मेट्रो परियोजना में औसतन 10 फीसदी जगह ही महिलाओं के लिए आरक्षित होती है।

साईकिल फीडर सेवा हुई शुरू
महा मेट्रो द्वारा यात्रिओ के लिए लास्ट माईल कनेक्टिविटी के लिए कई तरह के प्रयोग किये जा रहे है। दीक्षित ने बताया की मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट बनाया जा रहा है। मेट्रो स्टेशन सीधे फुट ओवर ब्रिज के माध्यम से कनेक्ट रहेंगे। गुरुवार को मेट्रो में लास्ट माईल कनेक्टिविटी इस योजना के तहत बाइसिकल,इलेक्ट्रिक साईकिल और ई बाइक मोबिलिटी सोल्यूशन के तहत किराये से उपलब्ध करा कर देने की योजना का शुभारंभ किया गया। एयरपोर्ट साऊथ स्टेशन में बाउन्स नामक कम्पनी ने 30 साईकिल और 10 ई बाइक को उपलब्ध कराया है। यह कंपनी गुजरात,तमिलनाडु,मध्यप्रदेश के साथ कई राज्यों में काम कर रही है। मेट्रो के अलावे मिहान में स्थित टीसीएस आयटी कंपनी में भी जल्द 150 ई बाइक उपलब्ध कराने की तैयारी में है। इस कंपनी के वाहन जीपीआरएस सिस्टम से कनेक्ट रहेंगे और इसमें क्यूआर बेस्ड सिस्टम लगा रहेगा। इस सेवा को लेने के लिए उपभोक्ता को कंपनी के एप्प का इस्तेमाल करना होगा। कंपनी के लोगो ने बताया कि प्रत्येक 10 मिनट के लिए 1 रूपए 10 पैसे चार्ज किया जायेगा। यात्री अगर मेट्रो स्टेशन से घर जा रहा है तो कंपनी के लोग उसके घर से वाहन खुद वापस लेकर आयेगे। वाहन जितने समय चलेगा सिर्फ उतना ही किराया वसूल किया जायेगा। मेट्रो के यात्री मासिक रूप से भी इनका इस्तेमाल कर सकते है साईकिल के लिए 300 जबकि बाईक के लिए 600 रूपए किराया तय किया गया है। इन वाहनों को चलने वाले व्यक्ति का इन्सुरेंस कम्पनी खुद करेगी। गौरतलब हो की इस योजना की शुरुवात नागपुर मेट्रो ने कर दी है लेकिन फीडर सेवा के लिए ई बाइक किराये से देने की कोई नीति फ़िलहाल की स्थिति में राज्य में नहीं बनाई गई है। मेट्रो यात्रियों को लास्ट माइल कनेक्टिविटी उपलब्ध करा कर देने के लिए कई अन्य कंपनियों से करार करने की तैयारी में है। महिंद्रा और ओला कैब जैसी कंपनियों ने नागपुर मेट्रो की इस योजना से जुड़ने में रूचि दिखाई है।

टिकिट में स्केनिंग क्यूआर कोड सिस्टम
नागपुर मेट्रो में यात्री,यात्रा करने के लिए मल्टिमोबेलिटी कार्ड के साथ सादी टिकिट का भी इस्तेमाल कर सकते है। कार्ड और टिकिट में स्केनिंग क्यूआर कोड सिस्टम लगा होगा जिसके माध्यम से प्लेटफॉ में लगी मशीनों के माध्यम से आना-जाना किया जा सकता है। फ़िलहाल जो टिकिट नागपुर मेट्रो ने तैयार की है वह कागज़ की है जिसमे क्यूआर कोड अंकित होगा। टिकिट को मशीन में टच करने पर मशीन प्रेवश और बहार जाने के लिए रास्ते को खोलेगी। वर्त्तमान में देश की विभिन्न मेट्रो में प्लास्टिक के सिक्के या फिर कार्ड चलते है। लेकिन नागपुर में कागज की टिकिट का इस्तेमाल किया जा रहा है जो कम खर्चीला है मगर इसका इस्तेमाल यात्री केवल एक बार ही कर सकेंगे। मेट्रो का न्यूनतम किराया 7 रूपए 50 पैसे होगा। मार्च में जिन दो रूट को शुरू करने की बात कहीं जा रही है उसमे खापरी से बर्डी तक का किराया 34 रूपए जबकि जयप्रकाश नगर से सुभाष नगर के बीच 6 किलोमीटर के रूट का किराया 23 रूपए रहेगा।

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