ब्रम्हपुरी (चंद्रपुर)। यहां के माल डोंगरी में अपने ही बेटियों को कुए में धकेलकर उनकी हत्या करने की घटना घटी. यह घटना बुधवार 22 अप्रैल सुबह 6 बजे उजागर हुई. इंसानियत को कालिख पोतने वाली इस घटना से तालुका में हड़कम्प मचा है. आरोपी पिता पुलिस हिरासत में.
प्राप्त जानकारी के अनुसार नागभीड़ पारडी (ठवरे) निवासी भावना तामदेव झरकर (11) और जागृती तामदेव झरकर (9) इन दोनों बहनों की 19 अप्रैल को घर से लापता होने की शिकायत उक्त बेटीयों की माँ अल्का झरकर ने नागभीड़ पुलिस थाने में दर्ज की थी. पुलिस ने जाँच की लेकिन कुछ पता नही चला. उसके बाद पुलिस का पिता तामदेव झरकर (40) पर संदेह हुआ. सख्ती से पूछताच करने उसने सब बातें बताई और दोनों बेटियों की हत्या करने की बात कबुल की.
आरोपी तामदेव को तीन बेटियां है. बेटे की चाह में आरोपी ने बेटियों को मारने की योजना बनाई. लेकिन गरीबी से तंग आकर परिवार की उपजीविका चलाने के लिए वो असमर्थ था. आरोपी 19 अप्रैल को सायकल से दोनों लड़कियों को लेकर नागभीड़-ब्रम्हपुरी मार्ग से कोर्धा गांव में पहुंचा. सायकल पानठेले पर रखकर आटो से ब्रम्हपुरी के ख्रिस्तानंद चौक में सुबह 10:30 बाके करीब पहुंचे. उसके बाद शिवाजी चौक से पैदल निकलकर वहां से रिक्शा लिया और आरमोरी रोड, रेलवे क्रॉसिंग में उतरे. उसके बाद मालडोंगरी खेत शिवार से 1 किमी चलने पर खेत में कुआ होने की बात लड़कियों ने पूछी. हम कहा जा रहे पूछने पर तामदेव ने निर्मल मातादेवी सहजयोग केंद्र में प्रार्थना के लिए जा रहे बताया.
घटनास्थल पर पहुँचने के बाद तामदेव ने भावना को कुए में धकेला. यह देखकर जागृति वहां से भागी लेकिन आरोपी पिता ने उसे पकड़ा और कुए में धकेल दिया. जहां कुए में तीन फिट पानी होने से बेटियां जिंदा थी. यह देखकर आरोपी पिता कुए में उतरा और हाथ पैरों से मरने तक डुबोया. दोनों की जान जाने के बाद वो बाहर निकला. घटना को छुपाने के लिए तामदेव पांचगांव के रिश्तेदार के यहाँ रातभर रुका. यह घटना 15 अप्रैल को घटी थी. पुलिस ने घटनास्थल जाकर पंचनामा किया और लाशों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. आगे की जाँच उपविभागीय अधिकारी रीना जनबन्धु के मार्गदर्शन में थानेदार किशोर नगराले और व्ही.एस. सोनवणे कर रहे है.