पत्र-परिषद में किसान की जानकारी
अकोला। ओलावृष्टि की मार के बाद सरकारी सहायता नहीं मिलने से हताश हुए तहसील के ग्राम विवरा के 8 किसानों ने 26 जनवरी सुबह ९ बजे तहसील कार्यालय के सामाने सामूहिक आत्मदाह करेंगे. यह सनसनीखेज जानकारी आत्मदाह करनेवाले किसानों में शामिल रामराव कुरई ने यहां दी. गणतंत्र दिवस पर किए जानेवाले इस आंदोलन की जानकारी देने के लिए रामराव कुरई ने यहां पत्र-परिषद बुलाई थी.
उन्होंने बताया कि, 22 फरवरी 2013 में ग्राम विवरा में ओलावृष्टि के कारण कई किसानों का आर्थिक नुकसान हुआ था. उनका आरोप था कि, पटवारी घाटे ने घर बैठे फसलों के नुकसान का मुआयना कर रिपोर्ट भेज दी थी जिसके चलते कई लाभार्थियों को सरकारी सहायता से वंचित रहना पडा. यही नहीं, जिन्हें सरकारी लाभ हुआ दरअसल उनका नुकसान ही नहीं हुआ था. उन्होंने आगे बताया कि, 30 अक्टूबर 2013 को पीडित किसानों ने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर उन्हें आर्थिक सहायता दिए जाने की गुहार लगाई थी. जिसके बाद हुई जांच में लगभग 250 किसान ऐसे पाए गए थे जिनका किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ. इस जांच में घाटे की वेतन वृद्धि रोक दी गई. मगर विवरा के कुछ किसान अब भी सरकारी सहायता से वंचित है. इस संबंध में सभी प्रशानिक अधिकारियों को ज्ञापन सौंपे जाने के बाद भी कोई गंभीरता से ध्यान नहीं दे रहा है. जिससे हताश होकर 8 किसानों ने गणतंत्रण दिवस पर सामूहिक रूप से आत्मदाह का निर्णय लिया है. पत्रपरिषद में मुकीम अहमद भी उपस्थित थे.