Published On : Mon, Dec 2nd, 2019

फडणवीस सरकार ने महाराष्ट्र को कर्ज में धकेला – डॉ. नितिन राऊत

Advertisement

नागपुर– कांग्रेस के विधायक और नवनिर्वाचित कैबिनेट मंत्री बनाएं गए डॉ. नितिन राऊत सोमवार 2 दिसंबर को शहर पहुंचे। इस दौरान वे सबसे पहले दीक्षाभूमि गए जहां उन्होंने बाबासाहेब को नमन किया। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से चर्चा की. उन्होंने कहा की महाविकास आघाडी ने देश में एक संदेश पहुंचाया की वे केवल जाति आधारित राजनीती नहीं करते है।

बाबासाहेब के विचारों पर यह राज्य चलाने का काम करते है। कांग्रेस ने दो सामान्य कार्यकर्ताओ को मंत्री पद की शपथ दिलवाकर उन्हें मंत्री बनाया। विदर्भ के तमाम बहुजन समाज के नेताओ, किसानों को एक दिलासा दिया है की तुम्हारा प्रतिनिधि बनाकर नाना पटोले को विधानसभा अध्यक्ष बनाया। इससे पहले भाजपा ने 5 साल विदर्भ की जनता से झूठ बोला है और यहां की जनता का अपमान किया है।


विकास के नाम पर यहां की जनता को न पृथक विदर्भ दिया, न विदर्भ का विकास किया, न विदर्भ में उद्योग धंदे लाएं, न ही विदर्भ के युवाओ के लिए रोजगार के लिए सरकार ने कोई प्रयास किए। केवल बयानबाजी करने का काम सरकार ने किया है। आज हमपर यह जिम्मेदारी आयी है की विदर्भ की प्रगति, विकास और युवाओ को रोजगार, किसानों के सम्मान की दे. इसके लिए हमारी सरकार पूरी तरह से कटिबद्ध है।


राऊत ने आगे कहा की आंबेडकरी मूवमेंट के कार्यकर्ता को मंत्री बनाना और दूसरी तरफ किसानों की बात रखनेवाले उनके हितों की बात करनेवाले बहुजन नेता नाना पटोले को विधानसभा का अध्यक्ष बनाया गया है। यह संदेश विदर्भ की जनता को सरकार ने दिया है। भाजपा अब रुक चुकी है और कांग्रेस की शुरुवात यहां से हो चुकी है।

उन्होंने किसानों की कर्जमाफी पर कहा की सभी नेताओ ने महाराष्ट्र की आर्थिक स्थिति का जायजा लिया महाराष्ट्र पर 4.71 लाख करोड़ रुपए का कर्ज है। इसके अतिरिक्त 2 लाख करोड़ का बोझ भी है.

राज्य को कर्ज में धकेलने का काम देवेंद्र फडणवीस की सरकार ने किया है। किसानो को हेक्टेरी 25 हजार रुपए देने की मांग विपक्ष की ओर से की जा रही है। हमारी इसके लिए ना नहीं है जो वादा हमने किया है। वह वादा निभाने के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, कांग्रेस और राष्ट्रवादी पार्टी कटिबद्ध है।

हेगड़े के बयान पर उन्होंने टिपण्णी करते हुए कहा की हेगड़े का बयान बहोत कुछ बोलता है. 40 हजार करोड़ रुपए दिए गए थे और दो दिनों में ही उसे केंद्र सरकार को वापस किया गया। राउत ने कहा की अगर ऐसा हुआ है तो देवेंद्र फडणवीस ने इसका जवाब देना चाहिए और बताना चाहिए की यह किसानों का निधि केंद्र के पास वापस क्यों गया।

भाजपा के ही सांसद हेगड़े ने यह बात मीडिया के सामने क्यों कही। अगर भाजपा के सांसद ऐसा कह रहे है तो दाल में कुछ काला है और यह देवेंद्र फडणवीस ने किया है।