WHO-Swine-flu
अकोला। विगत 20 दिन से कहर ढा रहे स्वाइन फ्लू ने अंतत: पश्चिम विदर्भ में एक मरीज को निगलकर स्वाइन फ्लू की दहशत बढा दी है. इसी बीच जिले में स्वाइन फ्लू के 14 पाजिटिव मरीज इलाज करवा रहे हैं. जबकि 65 मरीजों के खून व बलगम के नमूने एनआईवी पूणे भेजे गए हैं.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आयकॉन अस्पताल में स्वाइन फ्लू के 5 पाजिटिव तथा 4 संदिग्ध मरीज इलाज करवा रहे हैं. जिनमें से एक की रविवार को मौत होने के कारण स्वास्थ्य विभाग अधिक चौकन्ना हो गया है. अकोला, बुलडाणा, वाशिम के अलावा अमरावती जिले के दर्यापूर क्षेत्र से स्वाइन फ्लू के मरीज अकोला के सर्वोपचार अस्पताल एवं आयकॉन समेत निजी निर्धारित अस्पतालों में स्वाइन फ्लू का इलाज करवा रहे हैं.
निजी अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार वाशिम जिले के मंगरूळपीर तहसील अंतर्गत ग्राम मासोद निवासी 70 वर्षीय वृद्ध जानराव मुले की रविवार को मौत हुई है. इन्हें 26 फरवरी को निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. इनके जांच नमूने पाजिटिव पाए जाने के कारण मरीज को विशेष कक्ष में बीमारी से संबंधित आवश्यक उपचार किया जा रहा था. लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. सर्वोपचार अस्पताल के आइसोलेटेड कक्ष ने जानकार दी कि जिले में इलाज के लिए आए पहले मरीज की मौत हुई है. अस्पतालों में सुरक्षा के लिए चिकित्सक, परिचारिकाएं तथा मरीज के परिजनों तक को कैंप मास्क अनिवार्य किया गया है.
दस्ताने तथा सफाई की विशेष व्यवस्था के निर्देश भी प्रशासन ने दिए है. जो पाजिटिव मरीज इन दिनों इलाज करवा रहे हैं उनमें लाखनवाडा खामगाव के युनूस खां, वाशिम के अरविंद भानुशाली, मूर्तिजापूर के अनिल ठाकरे, जलगांव जामोद के विजय भोपाले, अकोला के राजेंद्र कोठारी तथा अमरावती जिले के दर्यापूर के चार वर्षीय अष्टशील इंगले का समावेश है. जबकि अकोट की मरीज योगिता गुहे स्वास्थ्य लाभ के बाद छुट्टी लेकर घर चली गई हैं. बारिश की वजह से बढ रही गंदगी स्वाइन फ्लू के कीटाणुकों को फैलाने में सहायक हो सकते हैं. इसलिए जिला स्वास्थ्य विभाग ने सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने की हिदायत नागरिकों को दी है.