Published On : Sun, May 3rd, 2020

काटोल विधानसभाक्षेत्र को सील करने के लिये कि गयी समिक्षा!

Advertisement

काटोल: काटोल विधानसभा के आसपास वरूड मे कोरोना के मरीज पाये गये हैं। कोरोना यह विषाणु जिस किसी व्यक्ति जिनके संपर्क में आते हैं वे कोरोना वाहक बन सकते हैं। एहतियात के तौर पर काटोल विधानसभा को सील करने की आवश्यकता हो सकती है। इस बीच, एनसीपी के नेता और जिला परिषद के सदस्य सलिल देशमुख ने स्थिति का जायजा लिया।

नागपुर में कोरोना मरिजों की संख्या बढ़ रही है। ऐसी स्थिति में भी, कटोल नरखेड तालुका के कई अधिकारी ये निर्देश देने के बाद भी नागपुर से आना जाना रहे हैं।चूंकि नागपुर एक हॉटस्पॉट है, इसलिए आशंका है कि कहीं ये कर्मचारी भी कोरोना वाहक बन सकते हैं? इसी तरह, अमरावती जिले के वारुड तहसील में एक महिला को कोरोना के (पाजेटिव्ह)सकारात्मक परीक्षण मे पाया गया है।

Gold Rate
13 May 2025
Gold 24 KT 94,300/-
Gold 22 KT 87,700/-
Silver/Kg 97,300/-
Platinum 44,000/-
Recommended rate for Nagpur sarafa Making charges minimum 13% and above

कई नागरिक इस क्षेत्र से नरखेड़ तालुका भी आते हैं। जैसे ही इलाके के विधायक और राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख को इस गंभीर मामले के बारे में पता चला, उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ टेलीफोन पर बातचीत की। इस संबंध में, उन्होंने पुलिस अधीक्षक राकेश ओला और आपदा प्रबंधन के उप-विभागीय अधिकारी श्रीकांत उमरकर के साथ विस्तृत चर्चा की। इसके बाद प्रशासन कटोल विधानसभा को सील करने की तैयारी कर रहा है। इस बीच, अमरावती जिले से सटे गांवों को अलर्ट जारी कर दिया गया है ।वहीं जलालखेड़ा ग्राम पंचायत ने तीन दिन का सार्वजनिक कर्फ्यू लगा दिया है।

: स्थिति की गंभीरता को समझते हुए, जिलापरिषद सदस्य सलिल देशमुख ने खुद पूरे मामले की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों से मुलाकात करके किए जा रहे उपायों के बारे में जानकारी प्राप्त की और अधिकारियों को कुछ सुझाव भी दिए।तथा उन्होंने काटोल विधान सभा क्षेत्र को भी सील करने की समीक्षा भी की। सलिल देशमुख खुद इस बात का ध्यान रख रहे हैं कि कोरोना काटोल विधानसभा क्षेत्र में घुसपैठ न करे।तथा नागरिकों के स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है।

अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश देने के बाद भी, वे मुख्यालय में रहने के बिना नागपुर और बाहर से काम कर रहे हैं। ऐसे सभी अधिकारियों को सक्त निर्देश दिए गए हैं, और मुख्यालय पर ही रहना चाहीये। अनुविभागीय अधिकारी श्रीकांत उमरकर ने सूचित किया है कि कोई भी कोई भी व्यक्ती अथवा कर्मचारी, अधिकारी कोरना महामारी संक्रमण रोकने के लिये दिये गये दिशा निर्देशो का पालन नहीं करेंगे उनपर कार्यवाही किये जाने की जानकारी भी अनुविभागीय अधिकारी श्रीकांत उंम्बरकर ने दी है!

Advertisement
Advertisement