नागपुर: परीक्षा के समय ही कई बार कॉलेज प्रशासन की लापरवाही के कारण विद्यार्थियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. जिसके कारण कभी कभी विद्यार्थी का साल खराब होने की नौबत भी आ जाती है. ऐसा ही एक मामला बुधवार को बुटीबोरी के पास स्थित कॉलेज में हुआ है. मोहगांव स्थित कॉलेज का नाम तुलसीरामजी गायकवाड़ पाटिल कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी है. पीड़िता नीलिमा तिजारे एमसीए प्रथम वर्ष की छात्रा है. उसकी आज ही सेकंड सेमेस्टर की परीक्षा है. लेकिन दोपहर तक उसे आईकार्ड नहीं दिया गया था.
छात्रा नीलिमा ने बताया कि उसने कॉलेज की परीक्षा फीस समय रहते भरी थी. जिसकी स्लिप भी कॉलेज की ओर से उसे दी गई थी. लेकिन कॉलेज प्रशासन की लापरवाही के कारण उन्होंने परीक्षा फॉर्म ही यूनिवर्सिटी में नहीं भेजा.जिसके कारण अब परीक्षा के दिन उसे आईकार्ड के लिए कॉलेज प्रशासन की ओर से परेशान किया जा रहा है. नीलिमा का कहना है कि कॉलेज के प्रिंसिपल का कहना है कि इसमें उनके कॉलेज की कोई भी गलती नहीं है और पूरी गलती छात्रा की है. जबकि छात्रा की ओर से समय रहते ही परीक्षा फॉर्म भर दिया गया था और उसकी फीस भी जमा कर दी गई थी.
तुलसीरामजी गायकवाड़ पाटिल कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के प्रिंसिपल अब आईकार्ड देने के लिए लेट फीस भरने की मांग भी छात्रा से कर रहे हैं. जबकि अब यह फीस हजारों में हो गई है. छात्रा नीलिमा का पेपर नागपुर के महाल परिसर के सी.पी. एंड. बेरार में है, लेकिन आईकार्ड नहीं देने की वजह से छात्रा परीक्षा देने से चूक सकती है. इस बारे में पीड़िता ने नागपुर यूनिवर्सिटी के कुलगुरु डॉ. सिध्दार्थविनायक काणे से भी बात की है.
