Published On : Wed, May 16th, 2018

विभिन्न मांगों को लेकर शिक्षा उपसंचालक के कार्यालय पहुंचे पालक, शिक्षक, और कर्मी

नागपुर: बेझनबाग स्थित गुरुनानक स्कूल बंद किए जाने से पालकों ने शिक्षा उपसंचालक का घेराव कर अपनी बात रखी. पालकों की बात सुनने के बाद शिक्षा उपसंचालक अनिल पारधी ने शिक्षा संस्था द सिख एजुकेशन सोसाइटी को विद्यार्थियों की प्रवेश प्रक्रिया शुरू करने तथा कर्मचारियों का सेवा समाप्ति आदेश रद्द करने के आदेश दिए है.

पैरेंट्स एंड स्टुडेंट्स कृति समिति के पदाधिकारी व पालक शिक्षक संघर्ष समिति के 100 से अधिक पदाधिकारी स्कूल शुरू करने की मांग को लेकर मंगलवार को शिक्षा उपसंचालक कार्यालय पहुंचे थे. उन्होंने शिक्षा उपसंचालक का घेराव किया और स्कूल पूर्ववत शुरू करने की मांग की. उन्होंने बताया कि स्कूल प्रबंधन की मनमानी से परिसर के 4000 हजार विद्यार्थियों पर शिक्षा से वंचित होने की नौबत आ गई है. अभी कोर्ट में मामला होने के बावजूद भी शिक्षकों और कर्मचारियों को टर्मिनेशन लेटर देने की बात भी इस दौरान शिक्षकों ने शिक्षा उपसंचालक को बताई.

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शिक्षा संस्था यदि स्कूल चलाना नहीं चाहती है, तो प्रशासक नियुक्त करने की मांग की गई. अल्पसंख्यक संस्था होने के कारण प्रशासक नियुक्त करने में उपसंचालक ने असमर्थता जताई. उन्होंने द सिख एजुकेशन सोसाइटी से विद्यार्थियों की प्रवेश प्रक्रिया शुरू करने व शिक्षकों का सेवा समाप्ति का आदेश रद्द कर उन्हें सेवा में लेने व वेतन पथक के पास वेतन बिल पेश करने के आदेश देने का मान्य किया. इसी के साथ स्कूल परिसर में बाउंसर तैनात करने की शिकायत पर संस्था को इससे बाज आने की ताकीद देकर आवश्यकता पड़ने पर पुलिस की सहायता लेने का आदेश दिया गया.


इस दौरान शिक्षा उपसंचालक ने संस्था को पत्र भेजकर तत्काल आदेशों पर अमल करने के निर्देश दिए हैं. इस दौरान अश्विन जावदे, गुरपीत सिंह दाडियाला, संदेश वासनिक, सुदेश रामटेके, कृष्णा उइके, मनोज साखरे, पल्लवी कांबले, कल्याणी भैसारे, श्वेता गोंडाने समेत अन्य मौजूद थे.

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