Published On : Wed, May 27th, 2020

गोंदिया: नक्सलियों के भ्रम का शिकार हुए बिना , पुलिस प्रशासन की मदद करें

Advertisement

आदिवासी किसानों को धान बीज का वितरण

गोंदिया । जिला पुलिस विभाग की ओर से सलेकसा थाना अंतर्गत आने वाले नक्सल प्रभावित ग्राम मुरकूडोह , दंडारी, टेकाटोला व दलदलकुही इन अति नक्सल ग्रस्त व अतिदुर्गम गांव के निवासी आदिवासी किसान जिनका धान की खेती ही पारंपरिक व्यवसाय है , इन्हें विकास की मुख्यधारा से जोड़ कर आर्थिक प्रगति करने और सरकार तथा पुलिस प्रशासन के प्रति विश्वास और स्नेह की भावना पैदा करने के उद्देश्य से गोंदिया जिला पुलिस विभाग द्वारा उपरोक्त गांवों के कुल 250 किसानों को 1010 किस्म के धान बिजाई , खरीफ फसल हेतु प्रत्येक किसान को इस किस्म के बीज की 25 किलो भर्ती की बोरी बुधवार 27 मई को जिला पुलिस अधीक्षक के हस्ते सौंपी गई और भिंडी, ककड़ी, बैंगन, पत्तेदार सब्जियां आदि विभिन्न सब्जी किस्मों (100 ग्राम और 50 ग्राम प्रत्येक) के बीज पैकेट अतिथियों द्वारा प्रदान किए गए इस अवसर पर उपस्थित तहसील कृषि अधिकारियों ने बीजों की बुवाई एवं फसल की देखभाल पर लाभार्थी किसानों का मार्गदर्शन किया ।

क्षेत्र का समग्र विकास हेतु विकास की मुख्यधारा से जुड़े

Gold Rate
10 july 2025
Gold 24 KT 97,000 /-
Gold 22 KT 90,200 /-
Silver/Kg 1,07,900/-
Platinum 44,000/-
Recommended rate for Nagpur sarafa Making charges minimum 13% and above

अपने संबोधन में पुलिस अधीक्षक मंगेश शिंदे (IAS) ने मनोगत व्यक्त करते कहा- नक्सलियों के भ्रम का शिकार हुए बिना प्रशासन की मदद की जानी चाहिए। आपकी सहायता के बिना इस क्षेत्र को समग्र रूप से विकसित करना संभव नहीं है। हालांकि, पुलिस अधीक्षक गोंदिया ने सरकार और पुलिस प्रशासन से अपील की है कि वे सरकार की मुख्यधारा में आएं और अपना और अपने क्षेत्र का विकास करें। शासन और पुलिस प्रशासन आपकी हर संभव संभव मदद हेतु सदैव तत्पर है आप लोग भी सरकार के मुख्य प्रभाव से जुड़कर अपना और अपने क्षेत्र का विकास करें ऐसा आह्वान आदिवासी किसानों से किया।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अतुल कुलकर्णी, उपविभागीय पोलीस अधिकारी जालिन्दर नालकुल, सालेकसा थाना प्रभारी राजकुमार डुणगे , जिला नक्सल सेल प्रभारी अधिकारी प्रमोद बघेल साथ ही सालेकासा तहसील कृषि अधिकारी भी उपस्थित थे।

धान बीज बैग वितरण कार्यक्रम के दौरान शासन के सोशल डिस्टेंसिंग नियमों का पालन किया गया और मास्क , सैनिटाइजर अन्य निवारक उपायों का सख्त पालन करने के लिए मार्गदर्शन दिया गया ।

रवि आर्य

Advertisement
Advertisement