Published On : Sat, May 16th, 2015

धारणी : रायपुर में बाघ की दहशत

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नागरिकों में घबराहट

Tiger on bhadrawati road
धारणी (अमरावती)।
सिपना वन्य जीव परिक्षेत्र के तहत आनेवाले रायपुर गांव से सेमाडोह में गुरुवार से एक बाघ घुमता हुआ देखा जा रहा है. जिससे गांव वासियों में घबराहट व दहशत व्याप्त है. कई बार शिकायत के बावजुद मेलघाट बाघ परियोजना के अधिकारियों द्वारा किसी तरह की कोई कार्रवाई न कि ए जाने से आदिवासियों में असंतोष व्याप्त है.

रिहायशी क्षेत्रों में दिखाई दिया
धारणी से 60 किमी दुर स्थित सीपना डिविजन के तहत वाले में जंगलों से एक बाघ निकलकर रायपुर से सेमाडोह गांव के रिहायशी इलाकों में घुमता हुआ  गांववासियों ने को दिखाई दिया. इसके बाद से यहां की सबसे बड़ी चर्चा का विषय बनने के साथ ही हतरु, रायपुर, जारिदा सेमाडोह जैसे  गांव के आदिवासियों में डर बढ़ गया है. आदिवासियों के अनुसार जंगल में तृणभक्षी प्राणियों की संख्या में कमी होने से शिकार की तलाश में यह हिंसक पशु जंगलों से बाहर आने लगे है. यह बाघ कुपोषित होने की बात गंाववासी कह रहे है.

10 वर्ष पहले हुई थी बाघ की मौत
उल्लेखनिय है कि गत 10 वर्ष पहले इसी जंगल में एक बाघ की भुख से मौत हुई थी. बड़ेे पैमाने पर वृक्षतुड़ाई और पशुओं के शिकार के कारण तृण भक्षी पशुओं की संख्या लगातार कम हो रही है. नागरिकों ने इस बाघ के गांव में घुमने की शिकायत वन विभाग से की है. लेकिन फिलहाल कोई उपाय योजना नहीं होने से अब भी नागरिक भय के  साए में जी रहे है.