नागपुर: श्री नागपुर गोरक्षण अनुसंधान केंद्र की ओर से श्राद्धपक्ष पर श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन श्री बड़ी मारवाड़ माहेश्वरी पंचायत भवन में 29 सितंबर तक किया गया है। नापासर, बीकानेर-राजस्थान के मरूधर भागवत भास्कर पं. मोहनलाल जी व्यास श्रद्धालुओं का कथामृत का सरस रसपान करा रहे हंै। कथा के मुख्य यजमान डा.गंगा देवी व डा. कैलाश तापड़िया परिवार हैं।
आज कथा के तृतीय दिवस कथा व्यास ने कहा कि भक्त का विश्वास ही प्रभु की आराधना होती है। अपने प्रभु पर उनकी कृपा पर मुश्किल समय में भी आस्था बनाए रखना सच्चे भक्त की पहचान है। भक्त प्रल्हाद भक्तों में सर्वोपरि हैं। जब तक प्रल्हाद जैसा विश्वास और दृढ़ता का जन्म जीवन में नहीं होता तब तक साधना और आराधना अधूरी है। भजन करते हुए भी विश्वास की कमी रहती है। भजन करते समय साधना में दृढ़ता नहीं होती। जब तक विश्वास व दृढ़ता का उदय मन में नहीं होगा तब तक सफलता मिलना व प्रभु के समीप पहंुचना कठिन है।
उन्होंने आगे कहा कि प्रभु अपने भक्त की रक्षा करने अवश्य ही प्रकट होते हैं। प्रल्हाद ने छोटी सी आयु में कष्ट सहकर भी प्रभु की भक्ति का मार्ग व उन पर विश्वास को डगमगाने न दिया। कृपानिधान प्रभु ने भी अपने भक्त की आस्था और विश्वास को टूटने न दिया। कण-कण में बसे प्रभु ने अपने अस्तित्व का बोध करा दिया। नरसिंह अवतार की सजीव झांकी इस अवसर पर प्रस्तुत की गई। नरसिंह भगवान का पात्र श्रीकिसन बियाणी, भक्त प्रल्हाद के रूप में रौनक सोमाणी, हिरण्यकश्यपु का पात्र मोहित बियाणी ने निभाया।
आज व्यासपीठ का पूजन यजमान डा.गंगा देवी व डा. कैलाश तापड़िया परिवार, सत्यनारायण मनीष नुवाल परिवार, अध्यक्ष राधेश्याम सारडा, संयोजक श्रवणकुमार मालू, श्रीनिवास कांकाणी, मधुबाबू सारडा, कमल बागड़ी, हरि सारडा, प्रदीप मूंधड़ा, सतीश बियाणी, उमेश माहेश्वरी, राजेश मूंदड़ा, सुशील सोनी, योगेश तापड़िया, ओम तोष्णीवाल, महेश सोनी, सुधीर सोनी, सचिन सोनी, महिला समिति की मीना दरक, अनिता मालू, ज्योति लड्ढा, खुशबू सारडा, सोनल सारडा, भावना सोमाणी, शशि मालू, रेखा बजाज, अल्का बियाणी, उषा सारडा, रेखा जोशी, अंशू काबरा, स्वाति बजाज, सुमित्रा राठी, रितु भंसाली, श्री बड़ी मारवाड़ माहेश्वरी भवन ट्रस्ट, इतवारी, श्री माहेश्वरी युवक संघ, श्री जलाराम सत्संग मंडल के सदस्यों ने किया।
25 सितंबर को वामन अवतार, रामअवतार, कृष्ण जन्मोत्सव प्रसंग होगा। बुधवार के दैनिक व नंदोत्सव के यजमान रामरतन अशोककुमार सारडा परिवार हैं। कथा का समय दो. 2.30 से शाम 6 रखा गया है। इस अवसर पर अधिक से अधिक संख्या मंे उपस्थिति की अपील की गई है।
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