– अपील दायर करने के बाद पैसे भरने का दबाव बना रहे
नागपुर – सीमेंट सड़क फेज-2 टेंडर सह भुगतान मामले में लकड़गंज जोन के लोककर्म विभाग के उपअभियंता से लेकर मनपा प्रशासन मुखिया मामले को दबाने का भरसक प्रयास कर रहे.इस चक्कर में नियमानुसार कागजात की मांग पर गुमराह किया जा रहा,खासकर जोन के उपअभियंता पझरे ने बोगस रिपोर्ट ही तैयार नहीं किया बल्कि कागजात देने में अन्य विभागों की ओर उंगलिया उठा अपना पल्ला झाड़ रहे.
याद रहे कि लकड़गंज जोन लोककर्म विभाग और मनपा वित्त विभाग से सीमेंट सड़क फेज-2 के ठेकेदार मेसर्स अश्विनी इंफ़्रा व मेसर्स डीसी ग़ुरबक्षाणी का फ़ाइनल बिल की मांग RTI के तहत की गई तो लकड़गंज जोन के उपअभियंता पझारे ने उक्त आवेदन के एवज में 2 पत्र जारी किये।पहला पत्र पूर्व उपअभियंता गेडाम और दूसरा पत्र वित्त विभाग को लिख मांग के अनुरूप कागजातों की मांग की.इसके बाद वित्त विभाग ने लोककर्म विभाग मुख्यालय को जानकारी देने और उसकी एक प्रत वित्त विभाग को देने का निर्देश दिया।इसके तुरंत बाद मुख्यालय स्थित लोककर्म विभाग ने उक्त जानकारी लकड़गंज जोन के लोककर्म विभाग को देने का निर्देश दिया।अर्थात पझारे ने सभी को गुमराह करने की कोशिश की.
इस विभाग के सूत्रों ने बताया कि पूर्व उपअभियंता गेडाम ने फ़ाइनल बिल की सेट मेसर्स डीसी ग़ुरबक्षाणी समूह से मंगवाकर पझारे को दिया।
इस चक्कर में 18 जून 2021 की आवेदन को एक माह बीतने के बाद 21-06-21 को RTI कार्यकर्ता ने अपील दायर की.जिसे पझारे के कहने पर निम्न कर्मी ने स्वीकार भी कर लिया।इसके बाद एक कर्मी को भेज पैसे भरने की नोटिस थमाने की कोशिश की गई,जब स्वीकार नहीं किया गया तो उन्होंने कुरियर से भिजवाया।
क्या यह RTI नियमावली का उल्लंघन नहीं,क्या मनपा कर्मी/अधिकारी को RTI का प्रशिक्षण नहीं दिया गया या फिर RTI आवेदन/नियमावली का उल्लंघन करने की छूट दी प्रशासन ने.
उल्लेखनीय यह हैं कि RTI कार्यकर्ता ने अपील की है,गर अपील पर सुनवाई नहीं हुई तो सूचना आयुक्त के दर अपील की जाएगी।उधर मनपा प्रशासन,सम्बंधित अतिरिक्त आयुक्त,CAFO,मुख्य अभियंता और जाँच समिति मामले को दबाने की पुरजोर कोशिश कर रहे क्यूंकि इस मामले में सलाहकार,आला PWD V वित्त विभाग के अधिकारी और दोनों ठेकेदार कंपनी की संयुक्त धोखाधड़ी सार्वजानिक हो चुकी हैं,इसलिए मुख्य अभियंता और पूर्व स्थाई समिति सभापति के संयुक्त पहल पर बोगस रिपोर्ट तैयार कर आयुक्त को पेश की गई,जिसकी समीक्षा बाद ही ठोस कार्रवाई की आज भी NAGPUR TODAY को अपेक्षा हैं.