Published On : Tue, Sep 15th, 2020

श्री शिवाजी उद्यानविद्या महाविद्यालय छात्रों द्वारा घांस नाशक के प्रात्यक्षिक

Advertisement

काटोल– कृषी विश्वविद्यालय में पदवी की अंतिम वर्ष के छात्रों को ग्रामीण उद्यमिता जागरूकता विकास योजना के तहत ग्रामीण
क्षेत्रों में किसानों के साथ आठ सप्ताह तक काम करने की खेती किसानी के नियमित कार्यों के लिये प्रत्यक्ष कार्य कर अनुभव को आवश्वयक किया गया है।

तदनुसार, अमरावती के श्री शिवाजी शिक्षण संस्थान,के डॉ। पंजाबराव देशमुख कृषि विद्यापीठ अकोला से संबद्ध श्री शिवजी उद्यानविद्या महाविद्यालय की
छात्रा प्रतिक्षा बागड़े , नरेंद्र दारोकर काटोल तहसील के पारडसिंगा, गांव पहूंच कर स्थानिय किसानों के खेतों में जाकर किसानों के खेतो में फसलों के साथ साथ जो घांस फुस उग आती है और वही घांस फसलों के उत्पाद को नुकसान पहूंचाते है.

ऐसे घांस को निकालने के लिये कृषी विभाग द्वारा सुझाये गये उपायों तथा उस घांस को नष्ट करने के लिये किस प्रकार की फवारणी किये जाये इसके प्रात्यक्षिक करके दिखाये साथ ही घांसनाशक(तन नाशक)फवारणी के समय यदी किसी किसान को विष वाधा हुई तब अस्पताल पहुंचने के इसकी जानकारी दी। सम्पूर्ण कार्यक्रम का संचालन श्री शिवाजी उदयनविद्या महाविद्यालय के प्राचार्य तथा कार्यक्रम अधिकारी शशांक देशमुख के मार्गदर्शन में श्रीमती मीरा ठोक, कृषि किटक नाशक विभाग के कल्पना पाटिल, शीतल चितोडे, जयश्री कडू, प्रोफेसर हरीश फरकडे, नीरज निस्ताने, नीलेश फूटने, डॉ। अतुल बोंडे के मार्गदर्शन में किया गया।