चिमूर (चंद्रपुर)। डाटा एन्ट्री ऑपरेटर के पद की नियुक्तियां प्रत्येक ग्रामपंचायत में सन 2011 में की गयी थी. महाऑनलाईन इस निजी कंपनी द्वारा यूनिटी आय.टी के साथ करार किया. कंपनी ने ऑपरेटर के साथ वेतन और अन्य सेवा के लिए करार किया. ग्रामसेवक जून महीने में 20 दिन के हड़ताल पर गए. जिससे से ग्रामपंचायत के रिकॉर्ड उपल्बध नहीं होने से काम नहीं हुआ. लेकिन ऑपरेटर काम पर उपस्थित थे. इस दौरान ऑपरेटरों ने काम नहीं किया इसलिए तालुका के 16 और जिले के 54 ऑपरेटरों को पद से कम किया गया. पिछले तिन महीनों का वेतन भी सभी ऑपरेटरों को काटके कर दिया. इस कारण से जिले के ऑपरेटर लोगं 16 सितम्बर से बेमुदत हड़ताल पर गए है.
हर महीने कंपनी को जिला परिषद से 8840 रु.13 वे वित्त आयोग मार्फ़त प्रत्येक ग्रामपंचायत के लिए दिए जाते है. लेकिन ऑपरेटरों को 3800 और 4100 रूपये ही वेतन दिया जाता है. हर महीने 400 एंट्री जो पूरी करेगा उसेही पूरा वेतन मिलेगा ऐसी सुचना पंचायत समिति से मिली. ऑपरेटरों ने दिन रात एक करके 1960 से जन्म,मृत्यु और नमूना आठ के रिकॉर्ड दर्ज किये. लेकिन ग्रामसेवक के हड़ताल पर जाने से कोई भी दस्तावेज प्राप्त नहीं हुए और काम बंद रहा. इस दौरान ऑपरेटरों की ओर से कोई भी काम नहीं होने का कारण बताकर 2 अगस्त को चिमूर तालुका के 16 तथा जिले के 54 लोगों को काम से निकला गया. सिर्फ 12 ऑपरेटरों को 1400 और 1500 रुपये इतना ही वेतन दिया गया. सभी ऑपरेटरों के वेतन में कटौती की गयी. इस सबंध में ऑपरेटरों ने बातचीत करने पर ग्रामसेवकों ने बताया, हड़ताल होने से आप लोगों ने कोई काम नहीं किया इसी कारण आप लोगों कों निकाला गया.
जिन ऑपरेटरों को काम से निकाला गया उन्हें पूर्ववत काम पर नियुक्त किया जाय और पिछले तीन महीनों का वेतन दिया जाय अन्यथा ये हड़ताल शुरू रहेगी ऐसी प्रतिक्रिया चिमूर तालुका ऑपरेटर संघटना के अध्यक्ष तथा जिला अध्यक्ष प्रशांत धनराज डवले ने व्यक्त की है.